-किया एमजीएम हॉस्पिटल के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण

-दिखी गंदगी, एक हफ्ते में व्यवस्था सुधारने की मांग

JAMSHEDPUR: भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल (एमजीएम) के सुपरिंटेंडेंट डॉ। आरवाई चौधरी का घेराव किया। करीब देढ़ घंटे तक भाजपा के जिला अध्यक्ष नंदजी प्रसाद के नेतृत्व में कार्यकत्र्ताओं ने सुपरिंटेंडेंट को घेरे रखा। हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियों से वे खासे नाराज थे। हॉस्पिटल की व्यवस्था ठीक करने का आश्वासन देने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें छोड़ा।

तो सीएम से शिकायत

भाजपा कार्यकर्ता जिला अध्यक्ष नंदजी प्रसाद के नेतृत्व में बुधवार को एमजीएम हॉस्पिटल का निरक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाया कि पूरे वार्ड परिसर में गंदगी पसरी है। भाजपा के जिला अध्यक्ष ने हॉस्पिटल सुपरिंटेंडेंट को वार्ड की र्दुदशा से अवगत कराया और खूब खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान नंदजी प्रसाद ने एक सप्ताह के अंदर वार्ड की हालत में सुधार नहीं आने पर सुपरिंटेंडेंट ऑफिस को वार्ड में सिफ्ट करने की बात भी कही। नंदजी प्रसाद ने बताया कि एमजीएम हॉस्पिटल में झारखंड सरकार द्वारा किसी प्रकार की कमी नहीं की जा रही है। यह हॉस्पिटल कोल्हान के सबसे बड़े हॉस्पिटल होने के साथ-साथ शहर और आसपास के गरीब लोगों के लिए एकमात्र लाइफलाइन है। उन्होंने कहा कि देश में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है और यहां हॉस्पिटल सुपरिंटेंडेंट व कर्मचारियों की इच्छाशक्ति की कमी की वजह से गंदगी मुंह चिढ़ा रही है। नंदजी प्रसाद ने कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर सुपरिंटेंडेंट हॉस्पिटल की व्यवस्था ठीक नहीं करते हैं, तो वे हेल्थ मिनिस्टर और सीएम से इसकी शिकायत करेंगे। मौके पर कमलकिशोर, मुकूल मिश्रा, तपन कर्मकार, अप्पा राव, राजेश सिंह, पारसनाथ दुबे, संजीव मुखर्जी, आनंद झा, रवि ठाकुर समेत अन्य बीजेपी कार्यकर्ता मौजूद थे।

रेट चार्ट लगाने पर जोर

भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने एमजीएम में बने पब्लिक-प्राइवेट पर्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर पैथोलॉजी लैब चलाने वाली कंपनी मेडॉल लैब का भी निरक्षण किया। इस दौरान हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट डॉ। आरवाई चौधरी भी भाजपाईंयों के साथ मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष मेडॉल के कर्मचारियों को हॉस्पिटल में जांच दर की सूची लगाने की बात कही। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मेडॉल लैब के बाहर डिजीटल जांच दर तैयार होने तक हाथ से लिखी जांच दर की सूची लैब के बाहर लगाने को कहा।