-एमजीएम हॉस्पिटल की पार्किग में पड़ी थी दो बॉडीज

-पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा

JAMSHEDPUR: एमजीएम हॉस्पिटल में एक बार फिर बॉडी की रख-रखाव में लापरवाही उजागर हुई है। हॉस्पिटल में चूहों के आतंक से सभी वाकिफ हैं, इसके बावजूद इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसका परिणाम यह है कि वेडनसडे की देर रात चूहों ने एक बॉडी की दोनों आंखें निकाल ली। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस को इन्फॉर्म किया गया। इसके बाद पुलिस ने बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

पॉर्किग में पड़ी थी दोनों बॉडीज

थर्सडे की मार्निग लोगों ने देखा कि हॉस्पिटल की पार्किग में दो बॉडीज पड़ी हैं। इनमें से एक की आंखें नहीं थीं। दोनों के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं थी, कि आखिर दोनों कौन थे। हालांकि हॉस्पिटल स्टाफ का कहना है कि दोनों दिन भर इधर-उधर भटकते रहते थे और रात में हॉस्पिटल कैम्पस में आकर सो जाते थे।

हॉस्पिटल में नहीं है मॉर्ग

एमजीएम हॉस्पिटल कैम्पस स्थित पोस्टमार्टम हाउस के शिफ्ट होने के बाद से यहां बॉडी रखने की कोई सुविधा नहीं है। इस कारण किसी की डेथ होने के बाद बॉडी बेड पर ही पड़ी रहती है। इस कारण पेशेंट्स को प्रॉब्लम भी होती है।

यह कोई पहली घटना नहीं है

केस क्

9 जून, ख्0क्ब्-भालुबासा निवासी गुड्डू ठाकुर की ट्रीटमेंट के दौरान एमजीएम में मौत हो गयी थी। बॉडी हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में रखा गया था। इस दौरान चूहों ने शव को कुतर दिया था।

केस ख्

ब् जनवरी, ख्0क्भ्-बिरसानगर निवासी सुनील कुमार को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इमरजेंसी वार्ड में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। बॉडी को इमरजेंसी वार्ड में रखा गया था। इस दौरान चूहों ने आंख को कुतर दिया।

केस फ्

भ् फरवरी ख्0क्भ् -चौका के पास रोड एक्सीडेंट में घायल नागेंद्र हजाम की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। बॉडी इमरजेंसी वार्ड बेड पर रात भर रखा गया। सुबह जब परिवार वाले बॉडी लेने आये तो पाया कि बायीं आंख के पास व अंगुली चूहों ने कुतर दी थी।

केस ब्

म् जनवरी, ख्0क्भ्-उलीडीह शंकोसाई निवासी हीरा मिस्त्री को एमजीएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। बॉडी रात भर इमरजेंसी वार्ड के बेड पर पड़ी रही। इस दौरान चूहों ने नाक को कुतर दिया।

एमजीएम हॉस्पिटल में चूहों का आतंक खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए जिम्मेवारी भी दे दी गई है और उम्मीद है कि जल्दी ही हॉस्पिटल से चूहों का खात्मा हो जाएगा।

डॉ.आरवाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल