JAMSHEDPUR: मानगो निवासी जर्दा व्यापारी मो। सागीर की हत्या में 25 जून की रात साकची से गिरफ्तार सादाब हुसैन उर्फ सादाब बच्चा ने पुलिस को कई सुराग दिए। पुलिस ने पूछताछ के बाद बुधवार को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। वहीं उसके सहयोगी फिरोज काना उर्फ फिरोज को पेट में दर्द होने की शिकायत पर एमजीएम अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

रेकी कर हत्या को दिया गया अंजाम

जेल भेजे जाने से पहले पुलिस को पूछताछ में सादाब बच्चा ने बताया कि उसके सहयोगी मुट्ठी राजू उर्फ इमरान, फिरोज काना ने उसे ये जानकारी दी थी कि मो। सागीर काफी बड़ा कारोबारी है। रोजाना रात में वह तकादा के रुपये लेकर घर जाता है। उसके पास काफी रुपये रहते हैं। सूचना पर 29 अप्रैल, 2018 को बाइक से वह अपने सहयोगी मुट्ठी राजू और सादाब हुसैन के साथ साकची बाजार पहुंचा। मो। सागीर और कमर इकबाल के साकची झंडा चौक और आस-पास इलाके में रात में खड़ा रहे। समय के अनुसार मो। सागीर और कमर इकबाल एक साथ बाइक से मानगो जाने के लिए निकले। बाइक मो। सागीर चला रहा था। कमर इकबाल पीछे बैठा हुआ था।

बाइक से किया पीछा

सादाब ने बताया कि बाइक से उसने पीछा किया। साकची शीतला मंदिर के सामने ओवरटेक कर बाइक सवारों को रोका। मुट्ठी राजू ने मो। सागीर को चार-पांच गोली मारी। कमर इकबाल जिसके पांच लाख रुपया था, वह भागने लगा। उसे भी गोली मारी गई। वह गिर गया। उससे रुपये से भरा बैग लेकर सभी भाग निकले। बाइक वह चला रहा था। सादाब ने बताया कि फिरोज काना लीवर की बीमारी से पीडि़त है। उसे रुपये की जरूरत थी। लूटे गए रुपये का कुछ हिस्सा उसे दिया गया। सादाब ने बताया कि 22 जून को गोलमुरी के क्रशर मालिक मो। फिरोज अहमद के कर्मचारी से लूट करने की योजना बिष्टुपुर धतकीडीह में अपने सहयोगियों के साथ बना रहे थे। पुलिस ने वहां छापेमारी की। वह अपने सहयोगी के फिरोज काना के साथ भाग निकल जबकि सहयोगी आजाद अली, मो। इमरान, मंगल करुवा और नवीन नायक को पुलिस ने पकड़ लिया।

कपाली के एनामुल की हत्या की थी योजना

सादाब हुसैन ने पुलिस को बताया कि कपाली ओपी क्षेत्र निवासी एनामुल की हत्या करने की योजना सहयोगियों ने तैयार की थी। एनामुल को उन लोगों ने 21 जनवरी, 2018 को गोली मारी थी, लेकिन वह बच गया था। उसने बताया कि एनामुल ने उनके सहयोगी मो। बंटी की हत्या करवा दी थी। इसका बदला लेने को एनामुल की हत्या करने की योजना थी। आदित्यपुर के मंझला भी उसके गिरोह के निगाह पर था। सादाब ने बताया कि बिष्टुपुर के वोल्टास हाउस के सामने भी उनलोगों ने एक आभूषण कारोबारी से लूटपाट की थी।