119 की जगह 144 रुपए लिए जा रहे बुक्स के
बच्चों की बुक्स परचेज करने आए पेरेंट्स का कहना था कि फोर्थ स्टेंडर्ड की बुक एक्टिव इंग्लिश की ऑरिजिनल प्राइस 119 रुपए है जबकि उसपर स्टिकर लगाकर उसके नीचे न्यू प्राइस 144 लिखा हुआ है। परसुडीह के रहने वाले अभय कुमार ने बुक की प्राइस से स्टिकर हटाकर दिखाया भी। सिर्फ इसी बुक में नहीं बल्कि दूसरी कई बुक्स की प्राइस को भी इसी तरह से बढ़ा दिया गया है।

खुलेआम कर रहे थे मनमानी
स्कूल में बुक सेलर्स की मनमानी तब दिखी जब वेडनेसडे को अपने बच्चे की बुक्स लेने आई शाहिदा बेगम से 10 बुक्स के पैसे लिए गए जबकि उन्हें 9 बुक्स ही दिए गए। जब उन्होंने एक बुक का पैसा वापस मांगा तो काउंटर पर बैठे व्यक्ति ने उन्हें पैसे वापस करने से मना कर दिया। मीडिया के इंटरफेयरेंस के बाद बुक सेलर रणधीर कुमार ने शाहिदा के 194 रुपए वापस किए।

वे कहते हैं स्कूल ने ऐसा बोला
इंग्लिश कम्यूनिकेशन बुक की फोटो कॉपी सेल किए जाने के सवाल पर बुक सेलर रंधीर कुमार ने कहा कि उन्हें स्कूल द्वारा जो बुक सेल करने को कहा गया है वे वही कर रह हैं। जब यही बात स्कूल की प्रिंसिपल परिणिता रॉय चौधरी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बुक सेलर को स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से बुक सेल करने को लेकर किसी तरह का इंस्ट्रक्शन नहीं दिया गया है।

इस क्लास की बुक्स के लिए इतना लगेगा
बिस्टुपुर स्थित नरवेराम हंसराज इंग्लिश स्कूल कैंपस में सेल हो रहे बुक में किस क्लास की बुक्स के लिए कितने पैसे देने होंगे, आइए जानते हैं
एलकेजी     1516 रुपए
यूकेजी      1528 रुपए
स्टेंडर्ड वन     2106 रुपए
स्टेंडर्ड टू     2107.80 रुपए
थर्ड स्टेंडर्ड     2470.80 रुपए
फोर्थ स्टेंडर्ड     2772.80 रुपए

इंग्लिश कम्यूनिकेशन की ऑरिजिनल बुक की जगह उसे फोटो कॉपी कराके सेल किया जा रहा है। उस बुक में कवर पेज भी नहीं है। एक तरफ तो ये कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन है और दूसरी तरफ हमसें पैसे वसूले जा रहे।
- मुन्ना पाठक, जुगसलाई

119 रुपए की बुक के प्राइस पर स्टिकर लगाकर उसके नीचे 144 रुपए लिखा हुआ है और उतने ही पैसे हमसे लिए जा रहे हैं। यह तो मनमानी है। और भी कई दूसरे बुक्स में ज्यादा पैसे लिए जा रहे हैं।
- अभय कुमार, परसुडीह

मुझसे 10 बुक्स का पैसा लेकर 9 बुक्स ही दिए थे। मुझे एक बुक का पैसा वापस देने से भी मना कर दिया था। अगर मीडिया वहां पर नहीं होती तो मुझे एक बुक का पैसा वापस नहीं मिलता।
- शाहिदा बेगम

मैं इसमें क्या कर सकता हूं। मुझे तो स्कूल मैनेजमेंट ने जो बुक सेल करने को कहा है मैं वहीं कर रहा हूं। अगर किसी बुक में कवर पेज नहीं है तो इसके लिए स्कूल मैनेजमेंट जिम्मेवार है।
- रणधीर कुमार, बुक सेलर

स्कूल्स द्वारा बुक्स और दूसरे एसेसरीज के लिए मनमाना पैसा लिए जाने को लेकर एससीपीसीआर के साथ हमारी मीटिंग हुई है। इसके लेकर बहुत जल्द गाइडलाइन भेजा जाएगा। उसके बाद हम कुछ एक्शन ले पाएंगे।
- अभय शंकर, डीएसई ईस्ट सिंहभूम

Report by: amit.choudhary@gmail.com


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