-सद्भाव और भाईचारा स्टील सिटी का इतिहास रहा है

-कॉर्डिनल समेत अन्य लोगों ने आई नेक्स्ट के साथ की शांति की अपील

JAMSHEDPUR: छेड़खानी की घटना के बाद शहर में हुए हंगामे के बाद गणमान्य लोगों ने शांति की अपील की। आई नेक्स्ट के साथ बात करते हुए उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में देश के सभी धर्मो, संप्रदायों के लोग रहते हैं। सद्भाव और भाईचारा इसका इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि मुट्ठी भर शरारती तत्व अमन की नगरी को अशांत करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे अपने मनसूबों पर कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे। ऐसे समय में शहरवासियों को संयम और धैर्य का परिचय देना होगा। उपद्रवियों को यह बात समझ जानी चाहिए कि हिंसा से विनाश निश्चित है।

प्रेम, शांति और अहिंसा का पालन करें

ऐसी घटनाओं पर पुलिस को तुरंत एक्शन लेना चाहिए। मामले का हल यदि तुरंत निकाल लिया जाता, तो शायद बात इतना नहीं बढ़ती। कम्यूनिकेशन गैप ने भी मौहाल को हिंसक करने का प्रयास किया है। अशांति फैलाना किसी भी सूरत में ठीक नहीं है। ऐसे समय में कुछ असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ने का भी प्रयास करते हैं। आम जनता को इससे सावधान रहने की जरूरत है। प्रेम, शांति और अहिंसा धर्म का पालन करें।

-तेलेस्फोर पी टोप्पो, कार्डिनल

भाईचारे को बढ़ावा दें

सभी कौम के लोगों ने प्रेम से जमशेदपुर को सींचा है। यह शहर आपसी भाईचारे और सौहार्द की मिसाल पेश करता है। लेकिन, कुछ शरारती तत्वों के कारण शहर में अशांति फैली है। ऐसे समय में लोगों को संयम और धैर्य का परिचय देना चाहिए। लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रेम और सौहार्द के साथ भाईचारगी को बढ़ावा दें। लोग एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करें।

-मौलाना अंसार खान

शांति की बहाली सभी की जिम्मेदारी

हिंसा किसी भी सूरत में ठीक नहीं है। किसी भी समस्या का समाधान नहीं है हिंसा। शहर में फिर से अमन-चैन बहाल हो, इसके लिए समाज के हर वर्ग के लोगों को आगे आना होगा। खास कर युवा संयम से काम लें और अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें। प्रशासन की ओर से दिए गए निर्देशों का पालन करें। शहर में शांति स्थापित करना हम सभी की जिम्मेदारी है।

-रवींद्र मिश्रा, समाज सेवी

हमारा शहर एकता और भाईचारे की मिसाल है। कह भी गया है कि एकता में ही बल है। बिखरे हुए लोग मजबूती नहीं दे सकते। शहर के हालात ठीक नहीं हैं। ऐसे समय में सभी धर्मो, संप्रदायों के लोगों को संयम और धैर्य का परिचय दें। एक-दूसरे के धर्म और आस्था का सम्मान करें। चाहे जिस तरह से भी हो, आइए, हम सभी मिलकर कर सिटी की सूरत संवारें।

-सरदार करम सिंह, प्रधान, सीतारामडेरा गुरुद्वारा