-एमजीएम हॉस्पिटल में शुरू हुआ सेंट्रलाइज्ड ओपीडी रजिस्ट्रेशन
-हर मरीज को मिलेगा यूनिक नंबर
JAMSHEDPUR: एमजीएम हॉस्पिटल में दूर-दूर से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब नंबर लगाने के लिए लंबी कतार में लगने की जरूरत नहीं होगी। डॉक्टर्स को भी मरीज के बारे में बस एक क्लिक पर जरूरी जानकारी मिलेगी। जी हां बदलते समय के साथ अब एमजीएम हॉस्पिटल भी खुद को अपडेट करने में जुट गया है। शुक्रवार से हॉस्पिटल में सेंट्रलाइज्ड ओपीडी रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसके तहत अब मरीजों का रजिस्ट्रेशन मैनुअल के बजाए कम्प्टूराइज्ड कर ि1दया गया।
मरीजों को मिलेगा यूनिक नंबर
हॉस्पिटल में आने वाले सभी मरीजों को एक यूनिक नंबर जारी किया जाएगा। ताकि वह कभी भी हॉस्पिटल पहुंचे, तो डॉक्टर उनके यूनिक नंबर के माध्यम से पूरी जानकारी हासिल कर सके। इसके लिए मरीजों की पूरी जानकारी इंट्री की जाएगी। सेंट्रलाइज्ड ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए हॉस्पिटल के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में अलग से पांच काउंटर बनाए गए हैं। इसमें विकलांगों के लिए भी एक अलग से काउंटर रहेगा।
दवाओं की भी मिलेगी जानकारी
एमजीएम हॉस्पिटल में मरीजों की अक्सर यह शिकायत रहती है कि डॉक्टर ऐसी दवाएं प्रिस्क्राइब करते हैं, जो हॉस्पिटल में उपलब्ध नहीं होती। मरीजों की ये परेशानी भी अब दूर होगी। हॉस्पिटल में कौन सी दवाएं उपलब्ध हैं, इसकी जानकारी भी कम्प्यूटर में दर्ज होगी। इसके अधार पर वह मरीजों को दवा लिख सके। कंप्यूटर में सभी दवाओं की मात्रा नाम सहित दिखेगी।
हेल्पलाइन नंबर होगा शुरू
इतना ही नहीं एमजीएम हॉस्पिटल में जल्दी ही 0म्भ्7 ख्ख्ख्ख्क्क्0 हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। इसके माध्यम से लोग हॉस्पिटल से संबंधित सभी तरह की जानकारी ले सकेंगे। सोमवार से हॉस्पिटल में अन्य सुविधाएं शुरू करने की तैयारी भी की जा रही है।
मिलेंगी ये सुविधाएं
- नए ओपीडी टिकट में यूनिक नंबर, डॉक्टर का नाम, बीमारी, रूम नंबर, कुल मरीजों की संख्या, नाम, पता, मोबाइल नंबर सहित जानकारियां दर्ज होंगी।
- सभी ओपीडी के आगे डॉक्टर का नाम दर्ज होगा।
- डॉक्टर्स के पास भी एक कंप्यूटर होगा। इसके माध्यम से वे दवा और मरीजों से संबंधित सभी तरह की जानकारी हासिल कर सकेंगे।
- ओपीडी में तीन मेडिसीन रूम होंगे।
- ओपीडी में ईसीजी, ड्रेसिंग, दवा व इंजेक्शन रूम होगा।
- मरीजों का होगी डाटा इंट्री।
होंगे कई फायदे
- हॉस्पिटल में रोजाना आने वाले मरीजों की पूरी जानकारी काउंटर से मिलेगी।
- बिल चुकाने के लिए नहीं पड़ेगा भटकना। एक ही काउंटर पर सभी बिल होंगे जमा।
- भर्ती पेपर भी कटेगा काउंटर से।
- भर्ती मरीजों की स्थिति से अवगत कराएगा एसएमएस अलर्ट।
- 0म्भ्7ख्ख्ख्ख्क्क्0 हेल्पलाइन नंबर पर मिलेगी सभी तरह की जानकारी।
- रोजाना और हर साल आने-जाने वाले मरीजों की संख्या का होगा डाटा कलेक्ट।
सेंट्रलाइज्ड रजिस्ट्रेशन से मरीजों को सुविधाएं बढ़ेंगी साथ ही इससे हॉस्पिटल के मैनेजमेंट भी सुविधा होगी। हॉस्पिटल में अन्य सुविधाएं भी जल्दी ही शुरू की जाएंगी।
-डॉ आरवाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल