ष्ट॥न्यक्त्रन्ष्ठ॥न्क्त्रक्कक्त्र : चक्रधरपुर नगर परिषद में छह वार्ड पार्षद दुबारा वार्ड पार्षद चुने गए। ये लोग अपनी प्रतिष्ठा बनाने में कामयाब रहे, जबकि कई वार्ड पार्षद हार गए। दुबारा वार्ड पार्षद चुने जानेवालों में दिनेश कुमार जेना, सरोज कसेरा, लालजी प्रसाद, जनेफर जबीं, सरोजा देवी, ज्योति केरकेट्टा शामिल है।

पत्नियों ने पति की रखी लाज

वर्ष 2010 के चुनाव में वार्ड संख्या पांच से मो। अशरफ, वार्ड संख्या 14 से पिरुल हक चुनाव जीता था। आरक्षण होने के कारण उन्हें मौका नहीं मिला। मौका नहीं मिलने पर दोनों अपनी पत्नी को मैदान में खड़ा कर दिया। जिसके बाद उनकी पत्नियों ने बाजी मारा। मो। असरफ की पत्नी साहीन तबस्सुम एवं पिरुल हक की पत्नी बदरुन निशा ने बाजी मार अपने पति की लाज रख ली है। जबकि पूर्व वार्ड पार्षद मनाउर रहमान की पत्नी की हार हुई।

इन प्रत्याशियों को मिली शिकस्त

चक्रधरपुर नगर परिषद 2015 के चुनाव में वार्ड नम्बर चार से राजू प्रसाद कसेरा, वार्ड संख्या 17 के प्रत्याशी दीपक सिंह, वार्ड संख्या 23 के प्रत्याशी चम्बरु जामुदा, वार्ड नम्बर 15 से स्वराज सिन्हा, वार्ड नम्बर 10 से कुसुम रंजनी, वार्ड संख्या छह से रुबी कौसर को शिकस्त मिली है।

सबसे ज्यादा वोट से जीते दिनेश जेना

दिनेश कुमार जेना ने सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने वार्ड संख्या एक से पवित्र मंडल को 468 मत के अंतर से हराया। दिनेश जेना ने कुल 986 मत लाए। जबकि पवित्र मोहन मंडल को 518 मत मिले। जबकि इसी वार्ड से भीमसेन साहू को 15, सुरेश कुमार साहु को 33 एवं हरिश्चन्द्र मंडल को 17 मत मिले। जबिक नोटा में 27 मत मिले।

एक वोट से जीते राशिद अहमद अंसारी

चक्रधरपुर नगर परिषद 2015 के चुनाव में मात्र एक वोट के अंतर से वार्ड संख्या 9 से राशिद अहमद अंसारी ने बाजी मारी। जबिक इसी वार्ड सं घनश्याम दुबे एक वोट से पीछे रहे। राशिद अहमद अंसारी को 202 मत मिले, जबकि घनश्याम दुबे को 201 मत मिले। इसके बाद राशिद अहमद अंसारी ने री- काउं¨टग के लिए अपील की। री- काउं¨टग के दौरान राशिद अहमद अंसारी ने एक वोट से जीत हासिल की।