-सीआईआई-वाईआई 13 को को आयोजित करेगा सेमिनार

-डॉ। प्रमोद त्रिपाठी मधुमेह से मुक्त होने के उपाय बताएंगे

JAMSHEDPUR: पुणे के डॉक्टर प्रमोद त्रिपाठी जिस तरह से लोगों को मधुमेह (डायबिटीज) से निजात दिला रहे हैं, यदि यही रफ्तार रही तो वर्ष ख्0फ्0 तक भारत में महामारी की तरह फैल रही इस बीमारी पर विराम लग जाएगा। कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री-यंग इंडियंस (सीआईआई-वाईआई) की जमशेदपुर इकाई क्फ् सितंबर को टाटा ऑडिटोरियम में सेमिनार आयोजित कर रहा है, जिसमें डॉ। प्रमोद त्रिपाठी लोगों को मधुमेह से मुक्त होने के उपाय बताएंगे। संस्था के अध्यक्ष विशाल अग्रवाला ने बताया कि वर्ष ख्0क्फ् में डॉ। त्रिपाठी ने 'फ्रीडम फ्रॉम डायबिटीज' अभियान की शुरुआत की, जिसमें पहले साल क्00 और दूसरे वर्ष क्000 के बाद मौजूदा वर्ष में क्00,000 लोगों को मधुमेह मुक्त जीवन देने का लक्ष्य रखा है। उनका दावा है कि इसी गुणक में वर्ष ख्0फ्0 तक भारत से यह बीमारी लगभग समाप्त हो जाएगी।

जीवन बदल गया

उनसे इलाज करा चुके सुभाष मूनका ने बताया कि एक सप्ताह में उनकी दवा बंद हो गई और अब लगभग चार माह हो गए हैं, उनका जीवन ही बदल गया। ना केवल उनका वजन कम हो गया, बल्कि वे चुस्त-तंदुरुस्त महसूस कर रहे हैं। मूनका ने कहा कि डॉ। त्रिपाठी कोई दवा नहीं देते, बल्कि खानपान और योगाभ्यास आदि के उपाय बताते हैं। क्फ् सितंबर का सेमिनार सुबह क्0 से दोपहर ख् बजे तक चलेगा। इसके बाद डायबिटीक लंच होगा। इसके लिए प्रतिभागियों से क्ख्00 रु। लिए जाएंगे। यह परिचयात्मक कार्यक्रम होगा, इसके बाद इच्छुक लोग उनसे ऑनलाइन कोर्स से जुड़ सकते हैं। पूरा कोर्स तीन महीने का है। प्रेस वार्ता में विजय भुल्लर, तापस साहू, नवीन गुटगुटिया, कृष्णा खरिया आदि उपस्थित थे।