-एग्रिको स्थित ट्रांसपोर्ट मैदान में आयोजित मागे जुमुर कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम रघुवर दास

JAMSHEDPUR : प्रदेश सरकार द्वारा तीन मार्च को पेश किए जाने वाले बजट में प्रदेश के ख्म् प्रतिशत आदिवासियों के विकास पर फोकस रहेगा। यह कहना था राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास का। वे रविवार को एग्रिको स्थित ट्रांसपोर्ट मैदान में आयोजित मागे जुमुर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। सीएम ने कहा कि जनता ने जो सम्मान दिया, उसके बदौलत ही रघुवर का यह दास इस मुकाम तक पहुंचे। वे जनता की अकांक्षाओं पर खरा उतरेंगे।

मिली है जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। देश के किसी भी राज्य की तुलना में झारखंड के पास अधिक संसाधन हैं, लेकिन बीते क्ब् साल से केवल घोटाले ही सुनते आ रहे थे। उन्हें अब इस राज्य को सजाने-संवारने की जिम्मेदारी मिली है। इस राज्य को अब कोई लूटे नहीं, इसलिए वह झारखंड की पहरेदारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंडी संस्कृति की एक अलग पहचान है। संस्कृति ही भारत की आत्मा है। आदिवासी हर पर्व-त्योहार को प्रकृति से जोड़कर मनाते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में जुटी कम भीड़ पर कहा कि चूंकि पर्व को शाम में मनाया जाता है, इसलिए लोग नहीं पहुंचे।

मुख्यमंत्री का हुआ स्वागत

इससे पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचने पर तुरतुंग अखाड़ा फाउंडेशन मागे जुमुर की ओर से उनका पारंपरिक आदिवासी रीति-रिवाज से नृत्य प्रस्तुत कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर सीताराम बारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ग्लोरिया पूर्ति ने किया। जयपाल सिरका ने संस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में विशू बानरा, संतोष पूर्ति, डॉ। मोतीलाल बानरा, शंभू मुखी, रामबाबू तिवारी, दिनेश कुमार, कौशिक अडेसरा आदि उपस्थित थे। आदिवासियों के लिए उल्लेखनीय काम करने वालों को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सम्मानित भी किया। सम्मानित होने वाले लोगों में सूरा गागराई, साधु बानरा, कारगिल की लड़ाई लड़ चुके पूर्व सैनिक माणिक वरदा, बी राजेश, डोमन टूडू समेत अन्य शामिल थे।