-रैम्प और लिफ्ट के जरिए जुड़ेंगे एमजीएम हॉस्पिटल के सभी बिल्डिंग

-ओपीडी और इमरजेंसी वार्ड का होगा विस्तार

-हॉस्पिटल के मेन गेट पर लगेगा इलेक्ट्रॉनिक बैरियर

-इंजीनियरिंग सेल को भेजा गया प्रस्ताव

JAMSHEDPUR: एमजीएम मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल जल्दी ही एक नए रूप में नजर आएगा। हॉस्पिटल को एमसीआई के लेटेस्ट हॉस्पिटल मैनेजमेंट के हिसाब से बनाने की तैयारी की जा रही है। मरीजों की सुविधा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से एमजीएम हॉस्पिटल में जरूरी बदलाव करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने इंजीनियरिंग सेल को भवन निर्माण संबंधी प्रस्ताव भेजा है।

एक-दूसरे से जुड़ेंगे सभी बिल्डिंग

एमजीएम हॉस्पिटल में फिलहाल सभी भवन अलग-अलग बने हैं। इस वजह से एडमिट मरीजों को एक वार्ड से दूसरे वार्ड में ले जाने में काफी परेशानी होती है। मरीजों की सुविधा और हॉस्पिटल के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एमजीएम हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट डॉ आरवाई चौधरी ने हेल्थ डिपार्टमेंट के इंजीनियरिंग सेल के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर के लेटर लिख हॉस्पिटल के सभी वा‌र्ड्स को चार मंजिला टाइल्स और ग्रील सेफ्टी युक्त रैम्प, दो स्टेचर सीढ़ी और दो लिफ्ट से जोड़ने का प्रस्ताव भेजा है।

ओपीडी और इमरजेंसी भवन का होगा विस्तार

हॉस्पिटल के नए ओपीडी भवन के ग्राउंड फ्लोर में सभी डिपार्टमेंट्स के लिए कमरों की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इसे देखते हुए भवन के फ‌र्स्ट फ्लोर के विस्तार करने और दूसरे फ्लोर में सेमिनार हॉल बनाने को भी कहा गया है। वहीं बात हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड की करें, तो यहां वर्तमान में फ्भ् बेड हैं। इस वजह से वार्ड काफी कनजेस्टेड हो गया है। मरीजों की संख्या बढ़ने पर इससे काफी परेशानी होती है। इसे देखते हुए इमरजेंसी वार्ड के विस्तार के लिए भी प्रस्ताव भेजा गया है।

किया जाएगा चकाचक

एमजीएम हॉस्पिटल में साफ-सफाई की व्यवस्था को भी दुरुस्त करने की तैयारी की जा रही है। हॉस्पिटल के मेडिकल भवन में वा‌र्ड्स के साथ ट्वायलेट होने से पूरे वार्ड में दुर्गध रहता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए बिल्डिंग के पीछे चार फ्लोर के भ् लैट्रिन और भ् बाथरूम के दो सेट के निर्माण का प्रस्ताव दिया गया है। साथ ही पुरानी बिल्डिंग्स में लैट्रिन, बाथरूम के रेनोवेशन की जरूरत बताई गई है। इसके अलावा हॉस्पिटल के सीवर लाइन, वाटर सप्लाई लाइन के रेनोवेशन को भी कहा गया है।

पुख्ता होगी सुरक्षा व्यवस्था

एमजीएम हॉस्पिटल में आए दिन हंगामे होते रहते हैं। कई बार हॉस्पिटल से चोरी की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस तरह की घटनाएं ना हों, इसके लिए हॉस्पिटल की सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सिक्योरिटी गार्ड रूम और इलेक्ट्रॉनिक बैरियर के साथ इन और आउट गेट बनाए जाने का प्रस्ताव इंजीनियरिंग सेल को भेजा गया है। साथ ही टूटे बाउंड्री वाल की रिपेयरिंग और पूरे हॉस्पिटल कैंपस के बाउंड्री वाल की ऊंचाई बढ़ाने की जरूरत बताइर्1 गई है।

हॉस्पिटल के डेवलपमेंट वर्क में तेजी लाने का िमला निर्देश

कोल्हान के एकमात्र गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एमजीएम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इस संबंध में पांच मई को हेल्थ डिपार्टमेंट के चीफ इंजीनियर और छह मई को मुख्यमंत्री और ईस्ट सिंहभूम के डीसी के साथ मीटिंग की गई थी। इस दौरान हॉस्पिटल में डेवलपमेंट वर्क में तेजी लाने के लिए भवन निर्माण संबंधी कार्यो को अविलंब कराने का निर्देश दिया गया था। इस देखते हुए हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने इंजीनियरिंग सेल को भवन निर्माण संबंधी प्रस्ताव भेज निर्माण कार्य करने को कहा है।

हॉस्पिटल में इन कार्यो के लिए भेजा गया प्रस्ताव

-सभी भवनों के सभी फ्लोर्स को एक-दूसरे से जोड़ने की व्यवस्था।

-हॉस्पिटल के सीवर लाइन, वाटर सप्लाई लाइन का रेनोवेशन।

-मेडिकल भवन के पीछे चार फ्लोर की भ् लैट्रिन और भ् बाथरूम के दो सेट का निर्माण।

- ओपीडी और इमरजेंसी भवन का विस्तार।

- इन, आउट मेन गेट, सिक्योरिटी गार्ड रूम, इलेक्ट्रॉनिक बैरियर का निर्माण।

-आकस्मिक भवन के पीछे टूटी बाउंड्री वाल की रिपेयरिंग, पूरे हॉस्पिटल कैंपस के बाउंड्री वाल की ऊंचाई बढ़ाना।

एमजीएम हॉस्पिटल में भवन निर्माण संबंधी प्रस्ताव इंजीनियरिंग सेल को भेजा गया है। इसमें हॉस्पिटल के विभिन्न भवनों के एक-दूसरे के साथ जोड़ने के लिए रैम्प का निर्माण, ओपीडी और इमरजेंसी भवनों का विस्तार, इलेक्ट्रॉनिक बैरियर जैसी चीजें शामिल हैं।

-डॉ आरवाई चौधरी, सुपरिंटेंडेंट, एमजीएम हॉस्पिटल