JAMSHEDPUR: सिवान से गिरफ्तार अपराधी संकी यादव की निशानदेही पर पुलिस टीम ने उसके चार सहयोगियों को दो पिस्तौल, क्भ् कारतूस, तीन मोबाइल और एक बाइक के साथ गिरफ्तार किया है। इनमें उलीडीह निवासी बिट्टू शर्मा, उलीडीह नित्यानंद कॉलोनी के राजीव मंडल, ऋषभ पाल और राजेंद्रनगर निवासी रिशू कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं। सभी की संलिप्तता उलीडीह में मून सिटी साई मंदिर और टीचर्स कालोनी के पास हुई फाय¨रग मामले में थी। इन्होंने साई मंदिर के पास सुभाष कॉलोनी निवासी नन्हे सिंह और टीचर्स कालोनी में दीपक कुमार पर फाय¨रग की थी। यह जानकारी सिटी एसपी प्रशांत आनंद ने बुधवार को पत्रकारों को दी। इस मौके पर मानगो इंस्पेक्टर फूलननाथ, पारडीह सर्किल इंस्पेक्टर सत्येंद्र प्रसाद और उलीडीह प्रभारी कमलेश पासवान मौजूद थे। बिट्टू शर्मा उलीडीह क्षेत्र की भाजपा नेत्री का पुत्र है।

जेल से ऑपरेट कर रहा गैंग

सितंबर में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया मानगो निरंजन कांप्लेक्स निवासी भाजपा कार्यकर्ता गणेश सिंह घाघीडीह जेल से गैंग ऑपरेट कर रहा है। इसके पुख्ता सबूत पुलिस को गिरफ्तार युवकों से पूछताछ में मिले हैं। गणेश सिंह हमेशा रिशू श्रीवास्तव, बिट्टू शर्मा, राजेश मंडल एवं अन्य से मोबाइल पर संपर्क में रहता था। सभी उसके इशारे पर मानगो में गैंगवार को अंजाम दे रहे थे।

चल रहा है विवाद

मानगो इलाके में वर्चस्व को लेकर गुड्डू पांडेय और अमरनाथ सिंह के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। बीते दिनों गणेश सिंह के इंजीनियर भाई प्रशांत सिंह पर गणेश के विरोधी गुट ने ही फाय¨रग की थी। उसी का बदला लेने को जेल से गणेश सिंह ने अपने सहयोगियों से सिंटू सिंह के सहयोगी दीपक कुमार और नन्हे सिंह पर गोली चलवाई। सिंटू सिंह को कुछ माह पूर्व मानगो चेपा पुल के पास अपराधियों ने गोली मार दी थी। लंबे समय तक इलाजरत रहने के बाद वह स्वस्थ हुआ। इसके बाद से लगातार उसके द्वारा विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है।

वाट्सएप पर भेजा संदेश

जेल से मानगो में गैंग ऑपरेट कर रहा गणेश सिंह उलीडीह राजेंद्र नगर निवासी रिशू कुमार श्रीवास्तव के संपर्क में था और उसके वाट्सएप पर हमेशा कहां कैसे क्या करना है, इसका संदेश भेजता रहता था था। मानगो में गैगवार का मैसेज लिखकर भेजा जाता था। गणेश सिंह जेल से हर काम मैसेज भेज करवाता था।

ऐसे पकड़ में आया गैंग

पुलिस टीम ने तीन दिनों पूर्व सिवान से संकी यादव को गिरफ्तार किया था। उससे पुलिस ने पूछताछ की। उसने अपने सहयोगियों के नाम-पता बताये। अब पुलिस के सामने चुनौती थी कि आखिर गैंग को कैसे पकड़ा जाये। सहयोगियों तक खबर पहुंच चुकी थी कि संकी पकड़ा गया है, इस कारण सभी फरार चल रहे थे। तब पुलिस ने योजना बनाई। इसके तहत गिरफ्त में रहे संकी यादव को कहा कि सहयोगी बिट्टू शर्मा और अन्य को फोन कर कहो कि वह पुलिस हिरासत से भाग निकला है। पिस्तौल और कारतूस लेकर सभी उलीडीह चेक पोस्ट की ओर पहुंचे। वह पहुंच रहा है। संकी के इतना कहते ही तय समय और स्थान पर बिट्टू शर्मा, राजीव मंडल, रिशू श्रीवास्तव, ऋषभ पाल पहुंच गये। वहां पुलिस पहले से ही छुपकर खड़ी थी। जैसे सभी पहुंचे, पुलिस ने सभी को दबोच लिया।