ष्ट॥न्ढ्ढक्चन्स्न् : चक्रधरपुर में सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान रंजन कुमार ने बुधवार की सुबह छह बजे अपने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। रंजन मूलरूप से बिहार के खगडि़या जिले के जय प्रकाश नगर का रहने वाला था। इससे पहले वह मोकामा में तैनात था। दो दिन पहले एक मार्च को ही उसने ट्रांसफर होकर चक्रधरपुर स्थित 60 बटालियन में योगदान दिया था।

मोर्चे पर किया गया था तैनात

चक्रधरपुर के आसनतलिया में सीआरपीएफ 60 बटालियन का कैंप ऑफिस है। उसे मोर्चा पर तैनात किया गया था। सुबह छह बजे उसने अचानक अपनी सर्विस रिवाल्वर निकाली और गले में गोली दाग दी। गोली गले से सिर फाड़ते हुए बाहर निकल गयी। इधर, फाय¨रग की आवाज आते ही कैंप में हड़कंप मच गया। जवान मौके पर पहुंचे तो रंजन मरा पड़ा था। इसके बाद तुरंत शव को लेकर सीआरपीएफ के पदाधिकारी व जवान चाईबासा सदर अस्पताल पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद रंजन के शव को जवान पुन: चक्रधरपुर ले गए।

मानसिक तनाव में था

बताया जा रहा है कि रंजन कुछ दिनों से मानसिक तनाव में रह रहा था। इसी वजह से उसने यह कदम उठाया। इस घटना के बारे में सीआरपीएफ का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वहीं घटना के बाद से कैंप में हड़कंप मचा हुआ है।

झारखंड में 110 परसेंट बढ़ा मानव तस्करी

झारखंड में मानव तस्करी में वर्ष 2014 में अप्रत्याशित रूप से 110 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। राज्य में 2014 में मानव तस्करी के 78 मामले दर्ज किये गए, जबकि 2013 में यह आंकड़ा मात्र 37 था। केंद्र सरकार ने मानव तस्करी रोधी कानून लागू करने के अलावा देश के 225 जिलों में मानव तस्करी रोधी इकाइयां स्थापित की हैं। जिनमें से 8 इकाइयां झारखंड में है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हरिभाई चौधरी ने बुधवार को राज्यसभा में सांसद परिमल नथवानी के प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी।