छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : इस्ट सिंहभूम के डीसी डॉ अमिताभ कौशल ने शुक्रवार को घाघीडीह सेंट्रल जेल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेल की व्यवस्था का जायजा लिया। पूर्व घोषित कार्यक्रम के बावजूद जेल में कई खामियां मिलीं। जैमर तो खराब है ही, जेल के हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड, एक्सरे और डेंटल चेयर टेक्निशियन-डॉक्टर के अभाव में खराब हो रहे हैं। लगेज एक्सरे मशीन भी खराब है जिससे जेल के अंदर भेजे जाने वाले सामानों की जांच मशीन से नहीं हो पा रही है।

लगेंगे 35 सीसीटीवी कैमरे

डीसी ने बताया कि अभी चार सीसीटीवी कार्यरत हैं, लेकिन 35 कैमरे लगाए जाने हैं। इसकी जिम्मेदारी जैप के आइटी विभाग को दी गई है। वैसे दो नए वाच टावर बने हैं। रजिस्टर फाइलिंग में भी त्रुटि मिली, जिसकी वजह मैनपावर और ट्रेनिंग की कमी है। पत्रों के आगत-निर्गत रजिस्टर में भी त्रुटि मिली। जेल में दो टेलीफोन बूथ खोले जाएंगे, जिसमें रिकार्डिग की सुविधा भी होगी। डीसी के साथ दौरे में एसडीओ धालभूम प्रेम रंजन और विशेष पदाधिकारी-राशनिंग अनिल कुमार राय भी थे।

एडवोकेट की मिलेगी सुविधा

डीसी ने बताया की कि जेल में कुल 1480 कैदी हैं जिसमें 18 पर सीसीए लगा है। इसके अलावा 80 वर्ष से अधिक उम्र के आठ कैदी हैं, उन्हें रिहा करने पर विचार किया जा रहा है। जेलर से यह भी कहा गया है कि जो कैदी वकील नहीं रख सकते, उनके लिए वकील की व्यवस्था जेल प्रशासन करेगा।

एडमिनिस्ट्रेशन करेगा मार्केटिंग की व्यवस्था

जेल में कैदी खाद्य-सामग्री और एल्युमीनियम के बर्तन बनाते हैं, लेकिन बिक्री की समस्या है। एडमिनिस्ट्रेशन इसकी मार्केटिंग की व्यवस्था करेगा। हालांकि बर्तन निर्माण समेत अन्य कार्यो में लगे कैदियों के आय का ब्योरा रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है। कैदियों से मिलने वालों का ब्योरा कंप्यूटर के अलावा रजिस्टर में भी दर्ज किया जा रहा है, जिसमें मुलाकाती का पहचान-पत्र, बंदी से रिश्ता, पता आदि का विवरण लिया जाता है। जेल में डीसी के स्वागत की तैयारी भी थी, लेकिन डीसी ने ऐसा करने से मना कर दिया। उन्होंने कैदियों के वार्ड में आने-जाने के लिए किए गए इंतजाम का भी स्थल निरीक्षण किया।