-76 से हैं गायब, जांच ही कर रही पुलिस, परिवार वाले भी खामोश

-श्वेता के पति ने 17 मई को पत्नी के अपहरण की दर्ज कराई थी प्राथमिकी

-21 मई को गोलमुरी में लावारिश अवस्था में मिली थी दीपक की कार

-दीपक ने दिया था स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन

-एक-दो दिन के भीतर पुलिस टीम रैफ के अधिकारियों से मिलेगी

JAMSHEDPUR: रैपिड एक्शन फोर्स बटालियन के डिप्टी कमांडेंट मानगो निवासी दीपक कुमार सिंह और ख्8 वर्षीय महिला श्वेता शर्मा के शहर से गायब होने के 7म् दिन बाद भी दोनों का पता नहीं चल पाया है। डिमना आस्था स्पेस टाउन निवासी राहुल शर्मा ने दीपक सिंह पर उसकी पत्‍‌नी श्वेता शर्मा को क्7 मई ख्0क्म् को बहला-फुसलाकर गलत नीयत से भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए उलीडीह थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। दीपक की कार पुलिस ने गोलमुरी के पास से ख्क् मई को लावारिस अवस्था में बरामद की थी। पुलिस को रैफ कार्यालय से जानकारी मिली कि दीपक सिंह क्म् मई से दो जून तक अवकाश पर थे और घटना के एक माह पूर्व ही उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन दे दिया था। इसे रैफ की ओर से आगे की कार्रवाई को गृह मंत्रालय भेज दिया गया है। दीपक पर लगे आरोप को लेकर रैफ के अधिकारी लगातार उलीडीह पुलिस के संपर्क में हैं। एक-दो दिन के भीतर पुलिस टीम रैफ के अधिकारियों से मिलेगी। जानने का प्रयास होगा कि दीपक सिंह पर शादीशुदा महिला के अपहरण का आरोप है, उनपर क्या विभागीय कार्रवाई हुई। ज्ञात हो कि दीपक सिंह भी शादीशुदा हैं और उनके बच्चे हैं।

मोबाइल बंद मिला

उलीडीह पुलिस ने जांच में पाया कि घटना के कुछ समय बाद से ही डिप्टी कमांडेट और महिला का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। इस कारण शहर से दोनों कहां गये, इसका लोकेशन पुलिस को उपलब्ध नहीं हो पाया। दोनों के परिवार वालों ने भी बरामदगी में कोई सहयोग नहीं किया।

नहीं मिली ठिकाने की जानकारी

दोनों के पासपोर्ट के आधार पर पुलिस यह जानने का प्रयास करती रही कि दीपक व श्वेता जमशेदपुर के बाद आखिर कहां गये। इसके लिए पुलिस ने कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली समेत अन्य अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बकायदा विभागीय पत्र लिखा। विदेश विभाग से भी संपर्क कर जानकारी ली। कोलकाता हवाई अड्डे से सूचना मिली कि दोनों वहां से नहीं गये हैं। दिल्ली, चेन्नई और अन्य हवाई अड्डे की रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई है। इससे यह साफ नहीं हो पा रहा कि दोनों देश में ही कहीं किसी स्थान पर हैं या विदेश में।

श्वेता ने भेजा था लेटर

उलीडीह पुलिस को श्वेता का एक पत्र डाक के माध्यम से प्राप्त हुआ था। इसमें उसने कहा था कि वह पति की प्रताड़ना से भागने को बाध्य हो रही है। जांच में पता चला कि यह पत्र शहर के गोलमुरी से भेजा गया था। इसी दिन श्वेता ने दीपक के साथ शहर छोड़ा था।