JAMSHEDPUR : उलीडीह थाना क्षेत्र में डी चौधरी मधुसूदन कॉम्प्लेक्स के ई ब्लाक के फ्लैट संख्या-क्0भ् में मंगलवार को बैंक अधिकारी शशि प्रसाद की पत्‍‌नी मंजू कुमारी और उनके चार वर्षीय पुत्र द्विज कुमार के हत्या मामले में पुलिस के हाथ ख्ब् घंटे बाद भी खाली हैं। पुलिस को कोई ऐसा सुराग नहीं मिला है जिससे उसकी जांच को दिशा मिल सके। हत्या क्यों की गई और किसने की। हत्या एक ने की या अधिक थे। सबकी निगाह इन्हीं सब बिंदुओं पर लगी है। हत्या में कोई परिचित शामिल था, इस बिंदु को प्रमुखता से रखकर पुलिस तफ्तीश कर रही है। पुलिस मृतका के पति के करीबी मानगो इंडियन ओवरसीज बैंक अधिकारी आदित्य, फ्लैट के सुरक्षाकर्मी मुकेश और एसएन सिंह से उलीडीह थाने में पूछताछ कर रही है। आदित्य को थाने में रखे जाने को लेकर बैंककर्मियों ने सिटी एसपी प्रशांत आनंद से मिलकर एतराज जताया। एसपी ने कहा कि हत्या करने वाले तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम प्रारंभिक जांच की जो प्रक्रिया होती है उस पर कार्य कर रही है।

फोरेंसिक टीम ने की जांच

वारदात के जल्द खुलासे के लिए फोरेंसिक विभाग, रांची, अपराध अनुसंधान विभाग, जमशेदपुर और पुलिस टीम ने बुधवार को संयुक्त रूप से अपनी तफ्तीश को आगे बढ़ाया। रांची से पहुंची टीम ने उस कमरे और बिस्तर को गहनता से खंगाला, जिस पर मां-बेटे का शव पड़ा पाया गया था। एफएसएल फोरेंसिक साइंस विभाग के सहायक निदेशक एसके सिन्हा समेत विभाग के नीरज सिन्हा, नवीन ने घटनास्थल की फोटाग्राफी कराते हुए फिंगर प्रिंट और रक्त के नमूने जब्त किये हैं। सुबह करीब साढ़े क्क् बजे घटनास्थल पहुंचे फोरेंसिक विभाग के अधिकारियों ने मौके की गहन पड़ताल के बाद पड़ोसियों व रिश्तेदारों के भी हाव-भाव लिये। साथ ही आसपास क्षेत्र को भी खंगाला। इस टीम में सीआइडी के डीएसपी शिवनाथ, इंस्पेक्टर मिथलेश कुमार सिंह, पटमदा डीएसपी समेत इंस्पेक्टर श्रीनिवास, राजदेव सिंह, जितेंद्र ठाकुर, अनिमेष गुप्ता, मानगो इंस्पेक्टर फूलननाथ आदि पुलिस पदाधिकारी थे। टीम की मॉनीट¨रग खुद सिटी एसपी प्रशांत आनंद कर रहे थे।

झाडि़यों से मिले ग्लब्स

फोरेंसिक विभाग की टीम ने करीब दो घंटे तक कमरा खंगाला। दो सिपाही फ्लैट की बालकनी के सामने चहारदीवारी से सटे जंगल में सुराग खंगालते रहे। इस बीच जंगल में एक पेड़ की टहनी पर एक ग्लब्स लटका हुआ पाया गया, जो दायें हाथ का है। उस पर खून के निशाने हैं। बरामद ग्लब्स का इस्तेमाल गोल्फ खेलने में किया जाता है।

मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम

बुधवार को मां-बेटे के शवों का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड द्वारा किया गया। इसकी वीडियोग्राफी भी करायी गई। इस मौके पर मंजू के पति इंडियन ओवरसीज बैंक के सीनियर मैनेजर सह ऑडिटर शशि प्रसाद व गया निवासी साले शंकर प्रसाद समेत कई नजदीकी रिश्तेदार मौजूद रहे।

बच्चे के साथ अप्राकृतिक यौनाचार की आशंका

प लिस को आशंका है कि जिस स्थिति में द्विज का शव पाया गया। संभव है, उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार भी किया गया। इसकी पुष्टि के लिए पुलिस ने एनल स्वाब सुरक्षित रखने का आग्रह किया है। नाखून के साथ रक्त और कपड़े में लगे खून का नमूने रखने को भी कहा गया है।

कातिल ने पी थी चाय

अनुमान लगाया जा रहा है कि उस दिन मंगलवार को भी परिचित ही आया तभी महिला ने दरवाजा खोला। इसके बाद परिचित कमरे की ओर गया। उसने चाय भी पीया। किचन में दूध का बर्तन गैस चुल्हा पर चढ़ा हुआ था। जिसके बाद उसने हत्या को अंजाम दिया।

शव देखते ही फफक पड़े फ्लैटवासी

पुलिस के जांच के बाद जब शव को फ्लैट से नीचे उतारा गया। उस दौरान बेसमेंट में जुटे फ्लैटवासी मां और बेटे के शव को देखकर खुद को रोक नहीं पाये। इस दौरान फ्लैट की महिलायें शव देखते ही फूट-फूट कर रोने लगी।

अब कौन चलायेगा साइकिल

बैंक स्टाफ के फ्लैट के सामने एक बंद फ्लैट के बाहर ही उसके मृत बेटे द्वीज की नई साइकिल पर चैन से बंधी पड़ी थी। जिसे देखकर एक फ्लैट निवासी यही कहते रहे। अब तो द्विज रहा नहीं इस साइकल को अब कौन चलायेगा?

हंसमुख मिजाज थी मंजू

पड़ोसियों ने बताया कि मृत महिला मंजू देवी काफी हसमुख और सभी के साथ मिलजुल कर रहने वालों में से थी। पड़ोसियों के अनुसार वे सभी के साथ घुल मिल जाती थी और किसी से भी कभी किसी बात पर नहीं उलझती थी। इस कारण सभी फ्लैटवासी भी महिला के साथ अच्छा व्यवहार अपनाते थे। डी मधुसूदन काम्प्लेक्स के ए ब्लाक निवासी व द्विज के डांस टीचर र्सोय सार्थी दास उर्फ सूरज ने बताया कि द्विज दूसरे बच्चों से काफी टॉयलेंटेड था। उन्होंने बताया कि द्विज उनके यहां डांस की ट्रेनिंग लेने आया करता था। द्विज ने केवल फ् क्लास ही अटेंड किया था, लेकिन इसके बावजूद वह बहुत कुछ सिख गया था।