-जिले के 600 बिजली मजदूर हैं हड़ताल पर

-मानगो सब स्टेशन पर धरने पर बैठे बिजली मिस्त्री

-स्थायीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर अनुबंध व ठेका मजदूर

JAMSHEDPUR: स्थायीकरण की मांग को लेकर बिजली विभाग के तकनीकी और ठेका मजदूर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इससे शहरी क्षेत्रों में आंशिक तो ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी तरह बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है। झारखंड विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ और अनुबंध कर्मचारी संघ के बैनर तले मजदूर हड़ताल पर हैं। इसका असर सोमवार से ही देखने मिल रहा था। सोमवार की रात जब मानगो में देर रात बिजली गुल हो गयी, तो कर्मियों ने फॉल्ट दूर करने से साफ इंकार कर दिया था। इससे रात भर बिजली गुल रही। मंगलवार की सुबह किसी तरह फॉल्ट को दूर किया गया।

कर्मियों ने दिया धरना

यूनियन नेता अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि सभी मजदूर सुबह से ही मानगो सब डिवीजन के कार्यालय के समक्ष टेंट व बैनर लगाकर बैठे हैं। उन्होंने बताया कि जिले में करीब म्00 की संख्या में ठेका मजदूर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक बात नहीं मानेगी, हड़ताल जारी रहेगी। आंदोलन करने वालों में अरविंद कुमार सिंह, गौतम शर्मा, पंकज सिंह, बुद्धेश्वर चित्रकार, जयप्रकाश पांडेय, तपन कुमार, नौशाद खान, धर्मेद्र पात्रा, पार्थो बनर्जी, मनु भगवान मिश्रा, निरंजन प्रसाद, रवि कुमार, रतन कुमार आदि शामिल हैं।

इन इलाकों में बिजली ने रुलाया

फ्फ् केवी का लाइन मानगो में ब्रेक डाउन होने के कारण डेढ़ घंटे तक बंद रही, पारडीह कालीमंदिर फीडर सुबह से बंद, पटमदा व बोड़ाम फीडर सुबह 8 बजे से देर शाम तक बंद था, आजादनगर फीडर दोपहर ख् बजे से भ् बजे तक बंद, आरी फीडर जिससे बालीगुमा, पीपला आदि इलाकों में पावर सप्लाई की जाती है वह क्क् बजे से बंद है, बिरसानगर में खराबी आने पर ठेकेदार के मिस्त्री से उसे दुरुस्त कराया गया। इसके अलावा मानगो, करनडीह, गोविंदपुर, बिरसानगर, जुगसलाई, बागुननगर आदि इलाके में भी बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।

मिलेगा पुलिस प्रोटेक्शन

शहर में बिजली व्यवस्था बहाल रहे इसके लिए स्थायी बिजली मिस्त्री या मजदूरों के साथ कहीं कोई मारपीट की घटना न हो इसके लिए पुलिस बल साथ में रहेगी। जमशेदपुर विद्युत प्रमंडल के जीएम एपी सिंह ने बताया कि बिजली विभाग में कर्मचारियों का घोर अभाव है। यही कारण है कि ठेकाकर्मी या अनुबंधकर्मियों से काम चलाया जाता है। जीएम ने बताया कि चूंकि बिजली ठेका मजदूर हड़ताल पर गए हैं तो शहरी क्षेत्र में तो कम, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसका प्रभाव ज्यादा है। जीएम एपी सिंह ने बताया कि उन्होंने एसएसपी से बातचीत कर ली है। बिजली मिस्त्री के साथ रात में कहीं कोई मारपीट या काम में बाधा न पहुंचा सके इसके लिए पेट्रोलिंग करने के दौरान पुलिस के जवान मौजूद रहेंगे।

यूनियन की ये हैं मांगें

-फ्रेंचायजी होने से पहले स्थायी नियुक्ति हो।

-ग्रुप बीमा, ईपीएफ और ईएसआईसी की सुविधा मिले।

-मृत मजदूरों के आश्रितों को मुआवजे का भुगतान जल्द हो।