-एक तरफ 44 के पार पारा और दूसरी तरफ नॉन कंपनी एरिया में बिजली कटौती में बढ़ोत्तरी

-24 घंटे में 10 घंटे हो रही बिजली कटौती, लोगों का हाल बेहाल

-कभी भी चली जाती है बिजली, आने का कुछ पता नहीं

-शाम और रात में ज्यादा देर तक बिजली की कटौती, रातों में सो नहीं पा रहे लोग

amit.choudhary@inext.co.in

JAMSHEDPUR: रात के क्ख् बजते ही मन बेचैन। सोए हुए को जागना पड़े और जो जाग रहे वे सोने की सोच नहीं सकते। कोई छत पर टहल रहा है तो कोई गर्मी से परेशान बच्चे को चुप कराने की कोशिश में लगा है। दोपहर में जब टेम्परेचर चरम पर हो तो बस हैंड फैन का ही सहारा। कोई फर्श पर पानी डालने को मजबूर तो बाथरूम जाकर बार-बार सिर को पानी से गिला कर रहा। शहर के नॉन कंपनी एरिया में रहने वाले लोग आजकल ऐसे ही अपने दिन और रात गुजार रहे हैं। वजह, हर साल की ही तरह इस बार भी, बिजली की कटौती।

पारा ब्ब् के पार, बिजली कटौती क्0 घंटे

शहर का टेम्परेचर ब्ब् को पार गया है। बुधवार को मैक्सिमम टेम्परेचर ब्ब्.भ् डिग्री से। था जो सामान्य से 8 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था। ह्यूमिडिटी मैक्सिमम 7ब् परसेंट होने की वजह से उमस ने भी लोगों को परेशान किया। एक तरफ गर्मी से लोग परेशान हैं और दूसरी तरफ बिजली कटौती उनकी परेशानी को कई गुना बढ़ाने का काम कर रही है। मानगो एरिया की बात करें तो गर्मी बढ़ते ही यहां बिजली कटौती के घंटे भी बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति यह है कि ख्ब् घंटे में क्0 घंटे की बिजली कटौती हो रही है और वह भी तब, जब लोगों को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत हो।

मानगो में ऐसे जाती है बिजली

9 जून शाम 7 बजे से क्0 जून शाम 7 बजे तक (ख्ब् घंटे में बिजली का हाल)

9 जून

शाम 7 - 8:फ्0 बजे तक - डेढ़ घंटे

रात 9 - 9:ब्भ् बजे तक - ब्भ् मिनट

रात क्0- क्0:फ्0 बजे तक - फ्0 मिनट

रात क्ख्:क्भ् - ख्:00 बजे तक - क् घंटा ब्भ् मिनट

क्0 जून

सुबह 9 - क्0:फ्0 बजे तक - डेढ़ घंटे

सुबह क्क् - क्क्:फ्0 बजे तक - फ्0 मिनट

दोपहर क्ख्:फ्0 - क् बजे तक - फ्0 मिनट

दोपहर ख् - शाम भ् बजे तक - फ् घंटे

(9 जून की शाम 7 बजे से क्0 जून की शाम 7 बजे तक ख्ब् घंटे में कुल 8 बार क्0 घंटे के लिए बिजली कटौती की गई)

क्यों हो रही प्रॉब्लम, कब निकलेगा सॉल्यूशन

भीषण गर्मी में नॉन कंपनी एरिया में बिजली की इतनी कटौती पर हमने जेएसईबी के जमशेदपुर सर्किल के जीएम एपी सिंह से बात की। उन्होंने मानगो एरिया में बिजली कटौती का कारण बताते हुए कहा कि डिमना चौक के पास बने सबस्टेशन सबसे पुराना है। यहां तार बदलना बहुत जरूरी है, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। वहां एक ही लाइन है और दूसरे के लिए जगह नहीं। उनका कहना था कि काली मंदिर और कुंवर बस्ती सबस्टेशन ने डिमना चौक वाले सबस्टेशन का लोड कम तो किया है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। सबस्टेशन के आस-पास घर बनने की वजह से कहीं भी बीच में पोल लगाना मुश्किल काम है। उन्होंने यह कहकर राहत दी कि बारिश होने और गर्मी थोड़ी कम होने के बाद वे इसे सही कराएंगे। इसके लिए कुंवर बस्ती की लाइन काटनी होगी और वहां से लाइन लाना होगा। अभी अगर कुंवर बस्ती की लाइन काटकर इसे सही किया गया तो लोगों को कई घंटो तक परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

मीटर का पैसा लिया, लेकिन लगाया नहीं

रानीडीह के लोगों का कहना है कि उनके एरिया में बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता। यूसी सरदार ने कहा कि बिजली का कनेक्शन लेने के लिए उसने डीवीसी के स्टाफ मंटू से बात की। यूसी सरदार ने आरोप लगाया मंटू ने क्भ्00 रुपए में सारा काम कराने का ठेका लिया। उसने पैसे तो ले लिए पर काम नहीं हुआ। बाद में पता चला कि उसके नाम से मीटर पास तो हो गया पर उनके घर पर मीटर लगाया नहीं गया। यूसी सरदार को मीटर के लिए दोबारा पैसे देने पड़े और बांस के खंभे से तार खींचना पड़ा। वहीं के रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि मार्च में ही इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट के जीएम से मिलकर नए ट्रांसफार्मर लगवाने और तार बदलने की मांग की थी। ट्रांसफार्मर पास भी हो गया, लेकिन अभी तक नहीं लगा।

नॉन कंपनी एरिया में बिजली की स्थिति बहुत खराब है। घंटों हो रही कटौती ने हमें परेशान कर दिया है। इसका कोई परमानेंट सॉल्यूशन निकालने वाला नहीं।

- बिजो

स्थिति तो ऐसी है कि न दिन और न ही रात में चैन है। बिजली कटौती ने इस कदर परेशान कर दिया है जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।

- रुक्मणी

सिर्फ कहने को हम शहर में रहते हैं। पर यह तो गांवों से भी बदतर स्थिति है। बिजली की इतनी कटौती की वजह से पानी की समस्या भी होती है। बच्चे सो नहीं पाते।

- राजू

ट्रांसफार्मर खराब होने की शिकायत जीएम से भी की गई पर उसे सही नहीं कराया गया। हमें तो बस ऐसे ही छोड़ दिया गया है।

- हीरा

रानीडीह के एरिया में ट्रांसफार्मर चेंज करने और वायर बदलने को लेकर हम जीएम से मिले थे। उन्होंने पास भी कर दिया पर अभी तक नहीं लग पाया है।

बहादुर किस्कु

बिजली की स्थिति तो बहुत ही खराब है। दिन भर तो किसी तरह काम चलता है पर रात में बिजली नहीं रहने से सो भी नहीं पाते।

- मनीषा

बिजली कनेक्शन लेने में भी डीवीसी के स्टाफ ने मुझे धोखा दिया। हमसे पैसे ले लिए पर मीटर नहीं लगाया।

- यूसी सरदार

इतनी गर्मी में बिजली के बिना काफी परेशानी होती है। नॉन कंपनी एरिया में तो स्थिति बहुत ही खराब है।

- सीता

जब गर्मी बढ़ती है तो बिजली कटौती भी बढ़ जाती है। हर साल ऐसा ही होता है। लेकिन इसके सॉल्यूशन के लिए कुछ नहीं किया जाता।

- पूनम