छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : विधानसभा की प्राक्कलन समिति को जिले में चल रही विकास योजनाओं में कई खामियां नजर आई। शुक्रवार को अधिकारियों के संग बैठक में समिति ने पाया कि 2012-13 की योजनाओं का प्राक्कलन अधूरा है। बैठक में पेयजल व स्वच्छता, लोक निर्माण, भवन निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य, एमजीएम मेडिकल कालेज-अस्पताल आदि विभागों के प्रभारी उपस्थित हुए। समिति के सभापति निर्भय शाहाबादी ने बताया कि अधिकांश विभागों की रिपोर्ट असंतोषजनक थी। कई विभागों ने वर्ष 2012-13 की योजनाओं का प्राक्कलन अब तक पूर्ण नहीं किया है।

मांगी है रिपोर्ट

सभापति ने इसे लेकर स्पष्टीकरण के साथ रिपोर्ट देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि समिति का काम यही देखना है कि सरकार ने जिस विभाग को जिस कार्य के लिए राशि आवंटित की है, उसका प्राक्कलन नियम के मुताबिक बना कि नहीं। यदि बना है, तो उसका सदुपयोग हुआ कि नहीं। एक-दो विभाग को छोड़कर अधिकांश विभागों में प्राक्कलन प्रक्रिया दुरुस्त नहीं है। टीम शनिवार को कुछ कार्यस्थलों का निरीक्षण करेगी। इसके बाद समिति धनबाद, पाकुड़, गोड्डा, देवघर, गिरिडीह व हजारीबाग जाएगी।

डीएसई को शोकॉज

विधानसभा समिति ने जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) इंद्रभूषण सिंह को शो-कॉज किया है। सभापति निर्भय शाहाबादी ने कहा कि डीएसई बैठक में नहीं आए, इसके लिए उन्हें नोटिस दिया जा रहा है। उन्हें सशरीर उपस्थित होकर समिति को स्पष्टीकरण देगा होगा। ज्ञात हो कि इंद्रभूषण सिंह का स्थानांतरण पूर्वी सिंहभूम से हजारीबाग हो गया है।