-एमजीएम हॉस्पिटल में सेंट्रलाइज्ड ओपीडी रजिस्ट्रेशन की होगी सुविधा
-जिन डिपार्टमेंट्स में मरीजों की संख्या ज्यादा रहती है, वहां बढ़ेगी डॉक्टर्स की संख्या
JAMSHEDPUR: एमजीएम हॉस्पिटल के आउट पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) में हर रोज आने वाले सैकड़ों मरीजों की जल्दी ही नंबर लगाने से लेकर डॉक्टर से चेकअप कराने तक में होने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। ओपीडी के जिन डिपार्टमेंट्स में मरीजों की संख्या ज्यादा रहती है, वहां डॉक्टर्स की संख्या बढ़ाने से लेकर सेंट्रलाइज्ड ओपीडी रजिस्ट्रेशन सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराए जाने की तैयारी की जा रही है। इन सुविधाओं के बढ़ने से दूर-दूर से हॉस्पिटल में इलाज के लिए आने वाले पेशेंट्स को काफी राहत मिलेगी।
दूर होगी मरीजों की परेशानी
कोल्हान के एकमात्र गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) कॉलेज हॉस्पिटल में ना सिर्फ कोल्हान के तीन डिस्ट्रिक्ट्स, बल्कि सीमावर्ती राज्यों से भी बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए आते हैं। ओपीडी में हर रोज औसतन साढ़े सात सौ मरीज आते हैं, लेकिन सुविधाओं की कमी की वजह से अक्सर इन मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है। ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए मरीजों को लंबी लाइन लगनी पड़ती है। किसी तरह नंबर मिल गया, तो भी जरूरी नहीं कि मरीज डॉक्टर से चेकअप करा भी ले। कई बार रजिस्ट्रेशन कराकर ओपीडी में जाते-जाते ओपीडी की टाइमिंग खत्म हो जाती है, या फिर मरीजों की भीड़ ज्यादा जो जाए, तो अगले दिन तक का इंतजार करना पड़ता है। पर सबकुछ अगर तय योजना के अनुसार चलता रहा तो जल्दी ही मरीजों को इस समस्या से छुटकारा मिलेगा।
बदलेगा ओपीडी का रूप
एमजीएम हॉस्पिटल के ओपीडी को जल्दी ही अपग्रेड की जाने की तैयारी चल रही है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डॉ एएन मिश्रा ने बताया कि ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर को कम्प्यूटराइज करने के साथ-साथ सेंट्रलाइज्ड ओपीडी रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की जाएगी। इससे मरीज किसी भी काउंटर पर ओपीडी के लिए रजिस्ट्रेशन करवा पाएंगे। इसके लिए एक ओपीडी बिल्डिंग के आगे एक सेंट्रल रजिस्ट्रेशन हॉल भी बनाया जाएगा।
बढ़ेगी मरीजों की सुविधा
हॉस्पिटल के ओपीडी को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के मानकों के अनुसार तैयार किया जाएगा। ओपीडी के मेडिसिन डिपार्टमेंट में अक्सर मरीजों की भीड़ रहती है। यहां डॉक्टर्स की संख्या कम होने की वजह से कई मरीजों को वापस लौटना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए मेडिसिन डिपार्टमेंट में मेडिकल यूनिट की संख्या एक से बढ़ाकर चार करने की तैयारी है। वहीं ओपीडी में सर्जरी वार्ड से जुड़ा एक माइनर ओटी भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही मरीजों के लिए वेटिंग रूम को भी बेहतर किया जाएगा।
फोर योर इन्फॉर्मेशन
ओपीडी में बढ़ेंगी ये सुविधाएं
-सेंट्रलाइज्ड ओपीडी रजिस्ट्रेशन।
-कम्प्यूटराइज्ड रजिस्ट्रेशन काउंटर।
-मरीजों के लिए वेटिंग रूम।
-मेडिसिन डिपार्टमेंट में चार मेडिकल यूनिट।
-सर्जरी डिपार्टमेंट से जुड़ा माइनर ओटी।
-सेंट्रल रजिस्ट्रेशन हॉल।
For your information
एमजीएम हॉस्पिटल के ओपीडी में हर रोज औसतन साढ़े सात सौ पेशेंट इलाज के लिए आते हैं। ये है डिपार्टमेंटवाइज एवरेज डेली ओपीडी
डिपार्टमेंट पेशेंट
जेनरल मेडिसिन क्ख्0
ऑर्थोपेडिक्स क्00
ईएनटी क्00
ऑब्सटेट्रिक्स एंड
गाइनिकोलॉजी 80-क्00
पीडिएट्रिक्स भ्0
ऑप्थैलमोलॉजी 70
जेनरल सर्जरी 80
एमजीएम हॉस्पिटल के ओपीडी को एमसीआई के मानकों के अनुरूप बनाया किया जाएगा। मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए सेंट्रलाइज्ड ओपीडी रजिस्ट्रेशन सहित कई तरह की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
-डॉ एएन मिश्रा, प्रिंसिपल, एमजीएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल