छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : परसुडीह थाना क्षेत्र में स्थित सरजामदा जकता मैदान के पास पीने-खाने के दौरान हुए विवाद में 55 वर्षीय चैतन्य बास्के की शंकर सोरेन एवं उसके साथियों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी। इसके बाद हत्या का साक्ष्य छिपाने के लिए हत्या के आरोपी शव को ठिकाने लगाने को गाड़ने की कोशिश में थे, लेकिन सूचना पुलिस तक पहुंच जाने के कारण वे अपने मकसद में सफल नहीं हो पाए। शुक्रवार 12 बजे डीएसपी विमल कुमार, परसुडीह इंस्पेटक्र अनिमेष कुमार गुप्ता समेत अन्य अधिकारी ने मृतक के शव को उसके घर से बरामद किया।

जारी है छापेमारी

पुलिस ने हत्या मामले में एक मुर्गा विक्रेता बहादुर समेत तीन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं शंकर सोरेन परिवार समेत घर छोड़कर ओडिशा भाग निकला। मृतक चैतन्य की बहन सोनामुनी मुर्मू और उनके पति ने पुलिस को हत्या में शामिल आरोपियों का नाम-पता बता दिया है। बहन और ग्रामीणों से मिली जानकारी के बाद पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को छापेमारी कर रही है।

खाने-पीने को लेकर विवाद में मार डाला

सोनामुनी मुर्मू ने बताया कि उनके बड़ा भाई चैतन्य बास्के उर्फ झोपा घर में अकेले रहते थे। गुरुवार शाम को वे अपने मित्रों के साथ सरजामदा एसएसएमएम क्लब की ओर गए थे। वहां एक मुर्गा दुकान के पास पीने-खाने में भाई के साथ उन्हीं के साथियों का विवाद हो गया। विवाद के कारण आरोपियों ने चैतन्य के सिर पर टांगी या तलवार से प्रहार कर दिया। इससे चैतन्य गंभीर रुप से घायल हो गए। क्लब के मुख्य रोड के पास ही भाई को छोड़कर हमलावर भाग निकले।

होपोन की गिरफ्तारी से मामला होगा साफ

पुलिस सूत्रों के मुताबिक सरजामदा निवासी होपोन और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी से साफ होगा कि चैतन्य बास्के की हत्या कैसे हुई और हत्या में कौन-कौन लोग शामिल हैं। घटना के समय चैतन्य बास्के के साथ होपोन ही था। हत्या की घटना शराब पीने के दौरान हुए विवाद के बाद हुई। प्रारंभिक जांच के बाद मामले में तीन ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है।