JAMSHEDPUR: जुगसलाई में ठेकेदार के सफाई कर्मी बकाया वेतन देने और वेतन में बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। इस वजह से जुगसलाई में सोमवार को कई इलाकों में सफाई नहीं हुई। जुगसलाई में कचरा बजबजा रहा है। डस्टबिन से कचरा नहीं उठाया गया है। सफाई कर्मियों का कहना है कि उन्हें अब तक वेतन नहीं मिला है। वेतन मिलने के बाद ही वो काम पर लौटेंगे। इन सफाई कर्मियों ने जुगसलाई नगर परिषद के गेट पर धरना प्रदर्शन भी किया। विशेष अधिकारी सुरेंद्र प्रसाद के आश्वासन पर धरना खत्म हुआ लेकिन, सफाई कर्मी काम पर नहीं लौटे।

जुगसलाई में सफाई का ठेका पप्पू सिंह के पास है। वो यहां तकरीबन 25 सफाई कर्मी लगा कर काम कराते हैं। इसके अलावा, 32 सफाई कर्मी जुगसलाई नगर परिषद के हैं। ये सरकारी सफाई कर्मी हैं। इन कर्मियों ने कुछ इलाके में सफाई की है। जुगसलाई नगर परिषद के लेखापाल विनय कुमार तीन दिन पहले रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ है। वो जेल में है। लेखापाल का पद खाली होने की वजह से सफाई कर्मियों को वेतन नहीं मिल पाया है। इस वजह से सफाई कर्मी आंदोलित हैं।

कचरे से भरे हैं डस्टबिन

जुगसलाई में हर तरफ गंदगी है। यहां डस्टबिन से भी कचरा उठाव नहीं हुआ है। बाटा चौक, बाजार, महतो पाड़ा रोड, एमई स्कूल आदि इलाके में झाड़ू नहीं लग पाया है। डस्टबिन भी कचरे से भरी हुई हैं।

वेतन बढ़ाने की मांग

सफाई कर्मियों की मांग है कि वेतन में इजाफा किया जाए। संगीता रजक ने बताया कि उन्हें अप्रैल 2018 से 285 रुपये प्रति सफाई कर्मी के हिसाब से वेतन चाहिए। जबकि, ठेकेदार पप्पू सिंह का कहना है कि कर्मियों को सरकारी दर के हिसाब से ही वेतन दिया जा रहा है।

पांच माह से वेतन नहीं

बताते हैं कि जुगसलाई नगर परिषद के सरकारी सफाई कर्मियों को भी पांच माह से वेतन नहीं मिल पाया है। पप्पू सिंह का कहना है कि अभी लेखापाल के नहीं होने से कोई चेक नहीं कट सकता है। इस वजह से दिक्कत हो रही है। लेकिन, जल्द ही सभी सफाई कर्मियों को वेतन दे दिया जाएगा।