JAMSHEDPUR: गोविंदपुर के सुंदरहातु स्थित डीवीसी कार्यालय के पास हुडको डैम की चारदीवारी के पास रविवार की सुबह करीब आठ बजे साढ़े पांच वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना घटी। जिस चारदिवारी के अंदर बच्ची खुले में शौच करने गई थी वह पीडि़ता के घर से मात्र 15 कदम की दूरी पर है। घटना इतनी जघन्य थी कि बच्ची करीब 9 घंटे तक बेहोश पड़ी रही। उसके नीचे की दो दांत टूटे हुए थे। चेहरे पर भी गंभीर चोट के निशान थे। जब स्थानीय लोगों की नजर पड़ी तो उसे तत्काल टाटा मोटर्स अस्पताल भेजा गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे एमजीएम अस्पताल भेजा गया। पुलिस-प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद उसे टीएमएच रेफर कर दिया गया। करीब चार बजे शाम में बच्ची को होश आया।

पुलिस ने की पूछताछ

पुलिस अधिकारियों ने उससे पूछताछ का प्रयास किया, लेकिन वह इतनी भयभीत है कि कुछ बोल नहीं पा रही है। घटना से लोगों के बीच काफी आक्रोश देखा गया। बच्ची के जो हालात है उससे संभावना बनी हुई कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ हो। फिलहाल आरोपी की शिनाख्त नहीं हो पाई है। इसमें पार्षद सुनीता शाह व पूर्व मुखिया कांता देवी ने बच्ची के बेहतर इलाज के लिए संबंधित पदाधिकारियों से लगातार संपर्क करते रहे। मालूम हो कि रोजाना की तरह सुबह करीब आठ बजे बच्ची शौच करने के लिए बगल के एक चारदिवारी के अंदर गई थी। उसी दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और फरार हो गया। बच्ची के प्राइवेट पार्ट से लगातार खून निकल रहा था जिसे देखकर चिकित्सकों ने भी हैरानी जताई। एमजीएम अस्पताल के महिला एवं प्रसूति विभाग में बच्ची का ऑपरेशन किया गया। इस दौरान पांच टांके लगाए गए। इसके बाद उसे टीएमएच रेफर किए जाने के पूर्व तक ऑबजर्वर रूम में रखा गया था। वह गोविंदपुर के एक विद्यालय के एलकेजी की छात्रा है। स्थानीय लोगों के अनुसार चार दिवारी हुडको डैम द्वारा कराया गया है। उसके बगल में डीवीसी का कार्यालय संचालित है।

पिता गए थे ड्यूटी

घटना के समय बच्ची के पिता ड्यूटी चले गए थे। वह किसी निजी कंपनी में 407 गाड़ी चलाते हैं। वहीं मां डीवीसी कार्यालय के समीप पानी भरने के लिए गई थी। घर पहुंचने पर मां को घटना की जानकारी हुई। उन्होंने इसकी सूचना पति को दी। इसके बाद दोनों अस्पताल पहुंचे।

अधिकारी पहुंचे सुंदरहातु

घटना की जानकारी मिलते ही एिसएसपी अनूप टी मैथ्यू, सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह, टेल्को, गोविंदपुर और परसुडीह के थाना प्रभारी मौके पर पहुंच गए।

टाटा मोटर्स में नहीं किया भर्ती

घटना इतनी दर्दनाक थी कि लोगों को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था। इसे देखते हुए बच्ची को नजदीक के टाटा मोटर्स अस्पताल में ले जाया गया पर उसे भर्ती नहीं लिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस केस बताकर बच्ची को एमजीएम अस्पताल ले जाने को कहा गया। जबकि उसे तत्काल इलाज करना चाहिए।

कार्रवाई की मांग

गोविंदपुर क्षेत्र की पार्षद सुनीत साह ने दुख जताते हुए आरोपी पर उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि देशभर में स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर में शौचालय बनाया जा रहा है लेकिन यहां पर लोग खुले में शौच कर रहे है। अगर बच्ची के घर में शौचालय होती तो वह शौच करने के लिए बाहर नहीं जाती और न ही यह घटना होती। उन्होंने कहा कि गोविंदपुर क्षेत्र में अब भी ऐसा सैकड़ों घर है जिसके यहां शौचालय की व्यवस्था नहीं है। जगह-जगह पर शौचालय के लिए गढ्डा खोदा गया है लेकिन वन्य विभाग की जमीन होने के कारण उसे एनओसी नहीं दिया जा रहा है।

जनप्रतिनिधियों के प्रति रोष

घटना से ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों के प्रति काफी रोष देखा गया। एमजीएम अस्पताल में लोगों ने पत्रकारों को बताया कि तीन माह से घर के बाहर शौचालय बनाने के लिए गढ्ढा छोड़ दिया गया है, यदि शौचालय बन गया होता तो बच्ची को बाहर नही जाना पड़ता।

माता-पिता का बुरा हाल

बेटी की दशा देखकर मात-पिता का बुरा हाल था। मां अस्पताल में बेटी से दूर नही हो रही थी। पीडि़ता की एक छोटी बहन भी है। दुष्कर्मी की गिरफ्तारी को सिटी डीएसपी के नेतृत्व में बनी टीम दुष्कर्मी की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों की टीम गठित की है।

बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले की पहचान और गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं उम्मीद है कि आरोपी पकड़ लिया जाएगा। बच्ची भयभीत है। महिला थाना प्रभारी सीमा कुमारी बच्ची का बयान लेने का प्रयास कर रही है।

अनुदीप सिंह, सिटी डीएसपी