JAMSHEDPUR: सत्कर्म और सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा सिर्फ गुरु से ही मिल सकती है, इसलिए लोगों को अपनी पुरानी परंपरा को कायम रखना चाहिए ताकि गुरु-शिष्य की भक्ति की अटूट परंपरा बरकरार रहे, क्योंकि माता-पिता के बाद गुरु का स्थान सर्वोच्च होता है। यह कहना था पारडीह कालीमंदिर के महंत सह जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता विद्यानंद सरस्वती का। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर पारडीह कालीमंदिर में सर्वप्रथम विद्यानंद सरस्वती ने सर्वप्रथम अपने गुरु शंकरानंद सरस्वती के समाधि पर पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात महंत विद्यानंद सरस्वती को उनसे दीक्षा लिए शिष्यों ने पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद ग्रहण किया। इसके बाद हवन व आरती हुआ। जो महंत विद्यानंद सरस्वती के देखरेख में पंडित मधुसूदन जोशी, शांतिलाल शर्मा, पुरुषोत्तम जोशी, धर्मवीर शर्मा, हरिकांत पांडेय आदि ने किया।

इनकी रही मौजूदगी

इस अवसर पर मुख्य रूप से विधायक साधुचरण महतो, चैंबर अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले, शिवशंकर सिंह, दिनेश बागडि़या, हिकीम चंद्र महतो, हरेलाल महतो, मुन्ना सिंह, दिनेश बागडि़या, जितेंद्र सिंह के अलावा हजारों गणमान्य लोगों ने महंत विद्यानंद सरस्वती से आशीर्वाद लिया और प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मंदिर के प्रभुकानंद सरस्वती उर्फ बंगाली बाबा, मुकेश कुमार, दिलीप, पिंटू कुमार, कमलापति मिश्र, कुणाल, सृष्टि आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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युवक की पिटाई

JAMSHEDPUR : जुगसलाई पुरानी बस्ती में रहने वाले मो। अमन की फ्राइडे को कुछ युवकों ने पिटाई कर दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल अमन को इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। मो। अमन ने बताया कि वह इस्लाम नगर स्थित मदरसा में साफ-सफाई कराने के लिए गया था। इसी दौरान अंदर में पहले से ही कुछ युवक नशे का सेवन कर रहे थे। इसका विरोध करने पर उनलोगों ने हमला बोल दिया। मारने वालों में इकबाल, अफताब सहित अन्य शामिल हैं।