-बालीगुमा के खराब हैंड पंप्स को सही किया गया, आई नेक्स्ट में खबर छपने के बाद हुआ एक्शन

-पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जूनियर इंजीनियर के इशारे पर प्राइवेट घरों में लगाए गए हैंड पंप्स, एक मुखिया को रिश्वत भी दिया

-पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सेक्रेटरी और सुप्रिंटेंडिंग इंजीनियर ने जांच कर एक्शन लिए जाने की बात कही

JAMSHEDPUR: बागबेड़ा में पानी समस्या और हैंड पंप्स के नाम पर चल रहे काले धंधे को लेकर बड़े अधिकारी एक्शन में आ गए हैं। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सेक्रेट्री एपी सिंह ने आई नेक्स्ट को बताया इस मामले पर वे सुप्रिंटेंडिंग इंजीनियर से बात करेंगे इसकी जांच कराएंगे। आई नेक्स्ट के पास जो डॉक्यूमेंट्स और फोटोग्राफ्स हैं वह अवेलबल कराने के लिए उन्होंने कहा। हमने सुप्रिंटेंडिंग इंजीनियर राजेंद्र प्रसाद से भी बात की। उनका कहना था कि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर से रिपोर्ट मांगी गई और रिपोर्ट मिलने के बाद वे खुद इस मामले की जांच करेंगे।

जूनियर इंजीनियर ने दिए थे 3 हजार रिश्वत

बागबेड़ा पश्चिमी पंचायत की मुखिया जमुना हांसदा ने आई नेक्स्ट को बताया उनके पंचायत में मिनी जलापूर्ति योजना को स्टार्ट करने के लिए बिजली कनेक्शन के पेपर पर साइन करने के लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जूनियर इंजीनियर उदय शर्मा ने उन्हें 3 हजार रुपए दिए थे। जमुना हांसदा का कहना था कि वह पैसे नहीं ले रही थी पर उसने जबरदस्ती पैसे दिए। जमुना ने बताया कि परियोजना का ठीक से स्टार्ट भी नहीं किया गया। उसके बाद से जूनियर इंजीनियर ने उस एरिया में जाना ही बंद कर दिया। मिनी जलापूर्ति परियोजना के तहत डीप बोरिंग की जाती है और 50-100 घरों में कनेक्शन दिया जाता है और कनेक्शन लेने वालों से हर महीने 62.50 रुपए लिए जाते हैं।

मेरा कुछ नहीं बिगड़ने वाला

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जूनियर इंजीनियर उदय शर्मा से जब हमने पूछा कि उन्होंने मुखिया को किस बात के पैसे दिए थे तो उनका कहना था कि जिसको बोलना है बोले उससे उन्हें कोई मतलब नहीं और इससे उनका कुछ बिगड़ने वाला भी नहीं। उन्होंने कहा कि जब मुखिया ने कह ही दिया है कि पैसे दिए तो इसपर अब वे कुछ नहीं कहने वाले। एक तरफ जहां बड़े अधिकारी इस मामले को गंभीर बता रहे हैं वहीं जूनियर इंजीनियर का ऐसा कहना सहज ही दर्शाता है कि बागबेड़ा के लोगों के साथ किस कदर धोखा हुआ है।

बागबेड़ा एरिया में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा हैंड पंप्स लगाने में बहुत गड़बड़ी की गई है। लोगों के घरों में सार्वजनिक हैंड पंप्स लगाए गए हैं। मैंने इसकी शिकायत सेक्रेट्री से रिटेन में की है। लेटर में उन घरों का एडरेस भी है जहां हैंड पंप्स लगाए गए हैं।

- सुनिल तिवारी, पंचायत समिति सदस्य, मध्य बागबेड़ा पंचायत

हैंड पंप्स के नाम पर बागबेड़ा एरिया में काला धंधा चल रहा है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा इसमें बहुत हेराफेरी की गई है। कहीं से पाइप निकालकर बेच दिया गया तो कहीं किसी के घर में हैंड पंप लगा दिया गया। मैंने सुप्रिंटेंडिंग इंजीनियर से शिकायत भी की है।

- मिथिलेश कुमार

मिनी जलापूर्ति योजना में बिजली कनेक्शन के पेपर पर सिग्नेचर करने के बदले पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जूनियर इंजीनियर उदय शर्मा ने मुझे 3 हजार रुपए दिए थे। मैं पैसे नहीं ले रही थी पर उसने जबरदस्ती पैसे दिए और उसके बाद वह इस एरिया में आया भी नहीं।

- जमुना हांसदा, मुखिया बागबेड़ा पश्चिमी पंचायत

जब मुखिया ने कह ही दिया कि मैने उसे पैसे दिए तो मुझसे क्या वेरिफिकेशन कर रहे हैं। जिसको जो कहना है कहे, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।

- उदय शर्मा, जूनियर इंजीनियर, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग

मैंने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर से रिपोर्ट देने को कहा है। मैंने उन्हें जांच करने नहीं बोला है सिर्फ रिपोर्ट देने को कहा है। जांच मैं खुद करुंगा। गलत करने वाले के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

- राजेंद्र प्रसाद, सुप्रिंटेंडिंग इंजीनियर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग

मैं सुप्रिंटेंडिंग इंजीनियर से बात करुंगा। उन्हें जांच करने को कहा जाएगा। आपके पास जो भी डॉक्यमेंट्स और फोटोग्राफ्स हैं वह उन्हें प्रोवाइड कराइए एक्शन जरुर लिया जाएगा।

- एपी सिंह, सेक्रेट्री, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग

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हैंड पंप को सही किया गया, लोगों ने आई नेक्स्ट को थ्ौंक्स कहा

बालीगुमा में खराब पड़े हैंड पंप्स को सही कर दिया गया है। आई नेक्स्ट में फ्राइडे को इस एरिया में रहने वाले लोगों को पानी को लेकर हो रही परेशानी और खराब पड़े हैंड पंप्स के बारे में खबर पब्लिश हुई थी। खबर पब्लिश होने के बाद एमएनएसी द्वारा मैकेनिक को भेजकर हैंड पंप्स की मरम्मत करा दी गई। हैंड पंप्स काम कर रहा। वहां के लोगों ने आई नेक्स्ट को धन्यवाद दिया और कहा कि खबर पब्लिश न होती तो पता नहीं प्रॉब्लम का सॉल्यूशन कब निकलता।

आई नेक्स्ट में खबर पब्लिश होने के बाद हैंड पंप को सही कर दिया गया। इससे हमें बहुत राहत मिली है। गर्मी में परेशानी ज्यादा बढ़ जाती।

- दीपाली महतो

इस बात की खुशी है कि बहुत जल्दी हैंड पंप को सही करा दिया गया। हमलोग कंप्लेन करते थे तो बहुत दिनों बाद पंप की मरम्मत की जाती थी। आई नेक्स्ट को धन्यवाद।

- रमणी महतो

हमारी बहुत बड़ी समस्या का सॉल्यूशन आई नेक्स्ट की खबर के बाद निकल पाया है। हमारी यह भी मांग है कि पानी का टैंकर भेजा जाए।

- कमल

हैंड पंप का मरम्मत कर उसे सही कर दिया गया। इतनी जल्दी तो कभी भी ठीक नहीं किया गया था। अगर टैंकर भी भेजा जाए तो अच्छा होगा।

- सोनू

आई नेक्स्ट में खबर पब्लिश होने के अगले ही दिन बालीगूमा में हैंड की मरम्मत करा दी गई थी। वहां के लोगों को जरुरत होगी तो वाटर टैंकर भी भेजा जाएगा।

- देवेश कुमार, जूनियर इंजीनियर एमएनएसी