-दो पक्षों की छात्राओं के बीच प्रिंसिपल चैंबर से सड़क तक हुई मारपीट

-वीसी पहुंचे कॉलेज, बनाई जांच कमिटी, दिए कई निर्देश

JAMSHEDPUR: ग्रेजुएट कॉलेज में गुरुवार को छात्राओं ने जमकर बवाल काटा। प्रिंसिपल इंचार्ज के चैंबर से लेकर रोड तक हंगामा हुआ। दो गुटों में बंटी छात्राओं के बीच हुई मारपीट में चार स्टूडेंट घायल हुई है। हंगामे की शुरुआत दोपहर क्ख् बजे पार्ट थ्री के प्रोस्पेक्टस वितरण को लेकर शुरू हुई। कोल्हान यूनिवर्सिटी के रूल्स के मुताबिक पार्ट वन में एडमिशन के बाद दुबारा एडमिशन के लिए फार्म नहीं भरना है, लेकिन यहां फॉर्म भरा जा रहा था। इसका विरोध कॉलेज छात्र संघ व अन्य छात्र संघों की नेत्रियों ने किया। छात्राओं के विरोध को देखते हुए प्रिंसिपल इंचार्ज डॉ ऊषा शुक्ला को सेमिनार छोड़कर आना पड़ा। डॉ। ऊषा शुक्ला ने छात्र संघ के पदाधिकारियों से बैठकर मामले का हल निकाला। प्रिंसिपल ने कहा कि अब प्रोसपेक्टस व फार्म नहीं बांटा जाएगा, बल्कि एक सफेद कागज में अपना नाम पता लिखकर जमा कर देना होगा।

श्रेय लेने की होड़ मची

कॉलेज छात्र संघ अपना श्रेय ले रहा था। इस दौरान विपक्षी छात्र संघ एकजुट हो गए और कहने लगे कि प्रोस्पेक्टस का पैसा छात्राओं को वापस कराया जायेगा। इसी बीच श्रेय की होड़ दोनों पक्षों की छात्राओं के बीच जबरदस्त मारपीट हुई। शाम के चार बजे मामले की जानकारी मिलने पर कोल्हान यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ। आरपीपी सिंह ग्रेजुएट कॉलेज पहुंचे और दोनों पक्षों की छात्राओं से बातचीत की गई। मामले की जांच के लिए एक पांच सदस्यीय कमिटी का गठन किया और कॉलेज में व्यवस्था में सुधार को कई निर्देश दिये। इसके बाद मामला लगभग ब्:फ्0 बजे शांत हुआ।

लगाए आरोप-प्रत्यारोप

विपक्षी छात्र संघ के कॉलेज के उप सचिव रुखसार, ज्योति दास, स्नेहा का कहना था कि कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्ष श्वेता कॉमन रूम में अपने साथी को-ऑपरेटिव कॉलेज के विश्वविद्यालय प्रतिनिधि अखिलेश सिंह के साथ बैठी थी। इन छात्राओं ने इसका विरोध किया। इसके बाद श्वेता व उसके साथियों ने उनके साथ मारपीट करनी शुरु कर दी। इस क्रम में स्नेहा का हाथ में गंभीर चोट लगी। उसका इलाज एमजीएम हॉस्पिटल में कराया गया। इधर उनकी सहेली रिया का मोबाइल गुम करने का आरोप भी श्वेता पर लगाया गया। इधर कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्षा श्वेता का कहना था कि वे लोग फार्म बांट रही थीं। इतने में ज्योति दास व उसके साथी एबीएम कॉलेज के प्रेम प्रकाश दुबे, पप्पू, रजनीश कॉलेज परिसर में घुसे और उनके साथ धक्का मुक्की करने लगे। अपने साथ रुखसार के साथ मारपीट की। इसका विरोध करने पर विपक्षी गुट छात्राएं उनसे उलझ पड़ी। इस क्रम में किसका क्या हुआ यह उन्हें नहीं मालूम।

कॉलेज गेट पर भिड़े

ग्रेजुएट कॉलेज में दोनों पक्षों की छात्राएं कॉलेज परिसर में लड़ती रही और गेट के सामने छात्राओं के समर्थन में झारखंड छात्र मोर्चा व अभाविप के कार्यकर्ता मोर्चा संभाले रहे। इस दौरान कई बार अभाविप के कार्यकर्ताओं की बीच झड़प भी हुई। जेसीएम के कार्यकर्ताओं ने गेट पर टंगे अभाविप के झंडे को उतार दिया।

पुलिस को दी सूचना

ग्रेजुएट कॉलेज में हंगामे की सूचना प्रिंसिपल इंचार्ज डॉ। ऊषा शुक्ला ने साकची थाने को दी। इसके बाद साकची थाना के पदाधिकारी पहुंचे। लेकिन वे हंगामे को शंात कराने में कामयाब नहीं हो पाए। अंतिम समय में महिला थाना प्रभारी प्रियंका आनंद व डीएसपी जसनीत केरकेट्टा भी पहुंची। वे थोड़ी देर रुक चली गई।

आज कॉलेज बंद रखने की घोषणा

ग्रेजुएट कॉलेज में हुई घटना और प्रिंसिपल इंचार्ज डॉ। ऊषा शुक्ला को हटाने की मांग को लेकर शुक्रवार को कॉलेज बंद रखने की घोषणा की है। विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष सागेन बेसरा ने कहा कि इसकी मौखिक जानकारी कॉलेज प्रबंधन व वीसी को दे दी गई है।

छात्र संघ प्रतिनिधियों से बैठकर मामले का हल निकाला गया। उसके बाद हुए हंगामे की सूचना मुझे छात्राओं ने दी। जो भी हंगामा हुआ वह काफी दुखद है, ऐसा नहीं होना चाहिए था।

-डॉ उषा शुक्ला, प्रिंसिपल इंचार्ज, ग्रेजुएट कॉलेज