-सिटी के कॉलेजेज में एडमिशन को लेकर प्रॉब्लम बरकरार, को-ऑपरेटिव कॉलेज में प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपा गया

-वीमेंस कॉलेज में बाद में अप्लाई करने वाली स्टूडेंट्स का सोमवार को लिस्ट जारी, हंगामा

-यूजी में इस बार लिमिटेड सीट्स पर एडमिशन का हो रहा विरोध, यूनिवर्सिटी हेड ऑफिस का भी किया गया घेराव

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल सोमवार को एक बार फिर सिटी स्थित वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल चैंबर के बाहर ग‌र्ल्स की भीड़ लगी थी। स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन से जुड़े लोग प्रिंसिपल चैंबर में थे और पुलिस को बुलाने की फिर से स्थिति बन गई। उधर को-ऑपरेटिव कॉलेज में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कुछ मेंबर्स ने प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपा। इन दोनों ही मामलों में कुछ कॉमन था तो वह है एडमिशन को लेकर सामने आने वाली प्रॉब्लम। इस बार एडमिशन को लेकर कॉलेजेज में काफी दिक्कतें सामने आ रही हैं। न सिर्फ स्टूडेंट्स के लिए, बल्कि कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के लिए भी।

तो शुरू हुआ स्टूडेंट्स का हंगामा

वीमेंस कॉलेज में सोमवार को अंडर ग्रेजुएट (यूजी) में एडमिशन के लिए लिस्ट जारी की गई। यह लिस्ट उन स्टूडेंट्स का थी, जिन्होंने देर से अप्लाई किया था। स्टूडेंट्स का कहना था कि साइंस के लिए अप्लाई करने वाली स्टूडेंट्स का कॉमर्स में और कॉमर्स के लिए अप्लाई करने वाली स्टूडेंट्स का आ‌र्ट्स की लिस्ट में नाम है। उधर, कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन का कहना था कि जिस स्ट्रीम में जितनी सीट्स वैकेंट थीं उसके आधार पर लिस्ट जारी की गई है।

कॉमर्स में 53 परसेंट मा‌र्क्स वाले का नाम

वीमेंस कॉलेज में सोमवार को जारी हुई लिस्ट में यूजी कॉमर्स पार्ट वन के लिए 42, इकोनॉमिक्स ऑनर्स के लिए 25, होम साइंस के लिए 29 और फिलॉसफी के लिए 57 स्टूडेंट्स की लिस्ट जारी की गई। कॉमर्स के लिए जारी लिस्ट में 56 से 53 परसेंट मा‌र्क्स वाले स्टूडेंट्स को शामिल किया गया है।

70 परसेंट मा‌र्क्स फिर भी लिस्ट में नाम नहीं

प्रिंसिपल चैंबर के बाहर खड़ी स्टूडेंट्स में कुछ का कहना था कि उनके मा‌र्क्स 60 और 70 परसेंट हैं और उन्होंने कॉमर्स पार्ट वन के लिए अप्लाई भी किया था, लेकिन लिस्ट में उनका नाम नहीं है। इस मामले को लेकर कुछ स्टूडेंट्स ने प्रिंसिपल को अप्लीकेशन भी सब्मिट किया जिसमें उनका फॉर्म नंबर भी लिखा हुआ था। इन मामलों को लेकर वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल से मिलने वाले स्टूडेंट लीडर्स में अर्चना सिंह, पवन सिंह, सरफराज समेत अन्य शामिल थे।

प्रिंसिपल लिखकर दें तो मुझे प्रॉब्लम नहीं

ग्रेजुएशन पार्ट वन में एडमिशन को लेकर कॉलेजेज में हो रहे हंगामे को लेकर आई नेक्स्ट ने केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह से बात की। उन्होंने क्या कहा, आइए जानते हैं

सवाल- ग्रेजुएशन पार्ट वन में एडमिशन को लेकर इस बार इतना हंगामा क्यों हो रहा है?

जवाब - जब सुधार की बात होती है, तो उसका इसी तरह विरोध होता है। क्या सिर्फ एडमिशन लेने से ही हो जाता है या स्टूडेंट्स को क्वालिटी एजुकेशन देना जरूरी है।

सवाल - यूजी में सीट्स लिमिटेड कर दी गई हैं क्या?

जवाब - नहीं सीट्स को लिमिट नहीं किया गया है। मैंने तो प्रिंसिपल्स पर छोड़ दिया है। वो अपने कॉलेज में टीचर्स की अवेलबिलिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखकर एडमिशन लें। हम तो बस यह चाहते हैं कि स्टूडेंट्स को क्वालिटी एजुकेशन मिले।

सवाल - काफी संख्या में स्टूडेंट्स कॉलेज से लौट रहे हैं, उनका एडमिशन नहीं हो रहा है?

जवाब - आखिर कब तक और कितनों का एडमिशन लिया जाएगा। अगर साइंस में एडमिशन की बात करें, तो उसमें प्रैक्टिकल भी होता है। ऐसे में इंफ्रास्ट्रक्चर को देखते हुए ही एडमिशन लिया जा सकता है न।

सवाल - तो अब क्या होगा, एडमिशन पूरी तहर बंद कर दिया जाएगा?

जवाब - मैं बंद करने की बात नहीं कर रहा हूं। प्रिंसिपल्स अपने टीचर्स और स्टाफ की मीटिंग कॉल करें और उसमें तय करें कि डिफरेंट स्ट्रीम में वे कितने स्टूडेंट्स को अच्छी तरह से पढ़ा सकते हैं।

सवाल - अगर प्रिंसिपल आपको लिखकर दें कि और एडमिशन लेना है तो आप ओके करेंगे?

जवाब - हां, मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं। लेकिन प्रिंसिपल को लिखकर देना होगा कि उनके पास कितने क्लास रूम हैं, लैब की स्थिति और टीचर्स की अवेलबिलिटी के बारे में। अगर वे सही होंगे तो और एडमिशन के लिए मैं परमिशन दे दूंगा।

हमें तो यूनिवर्सिटी से जो ऑर्डर मिलेगा उसको फॉलो करना है। जहां तक और एडमिशन लेने की बात है, हम इसपर 23 जुलाई को केयू में होने वाले प्रिंसिपल्स मीटिंग में बात कर सकते हैं।

- डॉ आरके दास, प्रिंसिपल को-ऑपरेटिव कॉलेज

हमने कोशिश की है कि देर से अप्लाई करने वाली स्टूडेंट्स को डिफरेंट स्ट्रीम में एडमिशन मिल जाए। वीसी ने इंफ्रास्ट्रक्चर को देखते हुए ही यूजी में सीट्स लिमिट किया है। अगर यूनिवर्सिटी से ऑर्डर आएगा और एडमिशन लेने का तो हम लेंगे।

- डॉ सुमिता मुखर्जी, प्रिंसिपल जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज

यूनिवर्सिटी का भी किया गया घेराव

केयू के कॉलेजेज में यूजी पार्ट वन में एडमिशन की डेट खत्म होने और लिमिटेड सीट्स पर ही एडमिशन लिए जाने के विरोध में मंडे को काफी संख्या में स्टूडेंट्स ने चाईबासा स्थित कोल्हान यूनिवर्सिटी हेड ऑफिस का घेराव किया। वीसी डॉ आरपीपी सिंह के हेड ऑफिस में नहीं होने की स्थिति में दूसरे ऑफिशियल्स ने स्टूडेंट्स को समझाया और फोन पर वीसी को इसकी जानकारी दी। स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ नारे लगा रहे थे। उन्होंने पुतला भी दहन किया। वे यूजी पार्ट वन में और एडमिशन लिए जाने की मांग कर रहे थे।