द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल मंडे को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज कैंपस में एनएसयूआई से जुड़े कुछ शो-कॉल्ड स्टूडेंट लीडर्स ने हंगामा किया। कॉलेज कैंपस में एंटर करने से मना करने पर एनएसयूआई के मेंबर्स गार्ड से उलझ गए और मारपीट की। उसके बाद कैंपस में रखे कुछ गमले तोड़ दिए और हंगामा भी किया। मंडे से ही कॉलेज कैंपस स्थित काउंटर्स से प्रॉस्पेक्टस मिलना स्टार्ट हुआ था इस वजह से काफी संख्या में गर्ल्स कैंपस में प्रजेंट थीं। हंगामा होते ही कॉलेज में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने पुलिस को बुलाया तबतक हंगामा करने वाले भाग निकले।
क्या है मामला?
वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सुमिता मुखर्जी ने कहा कि एनएसयूआई से जुड़े लोग कुछ दिन पहले भी उनके चैंबर में आ गए थे। उन्होंने कहा कि वे लोग आईसएसई और सीबीएसई बोर्ड से पास करने वाली गर्ल्स के एडमिशन की सिफारिश लेकर आए जिसके लिए उनपर सवाल भी उठाए गए थे कि आखिर सिफारिश लेकर क्यों आए हैं। प्रिंसिपल ने कहा कि आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड के स्टूडेंट्स की मार्क शीट नहीं आने की वजह से उनसे रिटेन लिया जा रहा है जिसमें वे 20 दिनों का टाइम दिए जाने की बात लिखकर दे रही हैं ताकि तबतक उनका मार्क शीट आए जाए और उन्हें भी एडमिशन मिल जाए। डॉ मुखर्जी ने कहा कि ये लोग वैसी गर्ल्स का एडमिशन कराने को लेकर आए थे जिसपर इनसे कह दिया गया था कि उनके लिए सीट रखी जाएंगी और जब मार्क शीट आ जाएगा तो उनका एडमिशन ले लिया जाएगा। इसके बावजूद वे मानने को तैयार नहीं हुए और कैंपस में अक्सर एंटर करने की कोशिश करने लगे।
और अब वीमेंस कॉलेज को भी पुलिस की जरूरत
सिटी के को-ऑपरेटिव कॉलेज में अक्सर होने वाले हंगामे को देखते हुए वहां के प्रिंसिपल एडमिनिस्ट्रेशन से लगातार परमानेंट पुलिस पिकेट की डिमांड करते आए हैं। वहां तो फिलहाल कुछ कांस्टेबल की ड्यूटी भी लगा दी गई है। अब वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल ने भी कैंपस में 10 से 4 बजे तक कम से कम 2-3 कांस्टेबल की डिमांड की है। प्रिंसिपल डॉ सुमिता मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने बिष्टुपुर थाने से बात की है और कॉलेज कैंपस में कांस्टेबल की ड्यूटी लगाने की मांग की है।
अक्सर होती हैं ऐसी घटनाएं
ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी कॉलेज कैंपस में शो-कॉल्ड स्टूडेंट लीडर्स ने हंगामा किया है। हमने नवंबर 2012 से अभी तक का रिकार्ड पलटा तो पता चला कि न जाने कितनी बार सिटी के कॉलेज कैंपस में ऐसे इंसिडेंट्स हो चुके हैं। पिछले लगभग डेढ़ साल में सिटी स्थित एक भी कॉलेज ऐसा नहीं बचा जहां कैंपस में डिफरेंट पॉलिटिकल पार्टीज से जुड़े शो-कॉल्ड स्टूडेंट्स लीडर्स ने हंगामा न किया हो। को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीएड का मामला हो या फिर लास्ट इयर गे्रजुएट कॉलेज में इंटर में एडमिशन के समय होने वाला हंगामा। लास्ट इयर ही वीमेंस कॉलेज में बीएड मामले को लेकर कैंपस में होने वाला हंगामा हो या फिर वर्कर्स कॉलेज में एग्जाम के दौरान सीसीटीवी कैमरे तोड़ने का मामला हो।
प्रोटेस्ट के लिए किसी एजेंट की जरूरत क्यों
स्टूडेंट्स को अपनी ग्रिवांसेज कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के सामने रखने के लिए बाहर के लोगों को बुलाने पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रेजुएट कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ उषा शुक्ला कहती हैं कि अगर किसी स्टूडेंट की कोई डिमांड हो तो उसे खुद कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन से बात करनी चाहिए। अगर उनकी डिमांड सही होंगी तो जरुर माना जाएगा। वे किसी बाहरी व्यक्ति को इसमें शामिल करने को गलत कहती हैं। जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ डीपी शुक्ला कहते हैं कि ये शो-कॉल्ड लीडर्स कभी भी स्टूडें्स के फेवर में काम नहीं करते।
आइए जानते हैं कि पिछले दो सालों में कैंपस का माहौल कब और कैसे बिगड़ा
- 23 जून को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज कैंपस में एनएसयूआई से जुड़े कुछ शो-कॉल्ड स्टूडेंट लीडर्स ने हंगामा किया।
- 14 जून को गोलमुरी स्थित आरडी टाटा टेक्निकल इंस्टीट्यूट एनटीटीएफ में कुछ स्टूडेंट्स ने कैंपस में घुसकर हंगामा किया और टीचर्स से मिसबिहेव किया।
- 4 जून 2014 को को-ऑपरेटिव कॉलेज में मनोज सिंह नाम के व्यक्ति ने प्रिंसिपल चैंबर में शराब पीकर बीएड डिपार्टमेंट के टीचर्स को धमकी दी।
- 20 दिसंबर 2013 को बीएड एडमिशन को लेकर को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीएड डिपार्टमेंट में कुछ शो-कॉल्ड स्टूडेंट लीडर्स ने तलवारबाजी की
- 9 दिसंबर 2013 को को-ऑपरेटिव कॉलेज के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट से एक स्टूडेंट लीडर इंटर के स्टूडेंट्स का 150 रजिस्ट्रेशन फॉर्म उठा ले गए
- 4 दिसंबर 2013 को एक्सएलआरआई और को-ऑपरेटिव कॉलेज के बीच दीवार मामले को लेकर स्टूडेंट लीडर्स ने दिन भर सिटी के सभी कॉलेजेज में हंगामा किया
- 23 नवंबर 2013 को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में प्रिंसिपल पर एक स्टूडेंट लीडर के ऊपर हमला का आरोप लगाते हुए अगले दो दिनों तक हंगामा।
- 21-23 जून 2013 को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में बीएड इंट्रेंस एग्जाम को लेकर कैंपस के अंदर और बाहर स्टूडेंट लीडर्स का हंगामा।
- 16 मई 2013 को साकची स्थित ग्रेजुएट कॉलेज में स्टूडेंट्स के एडमिशन को लेकर स्टूडेंट लीडर्स ने खूब हंगामा और नारेबाजी की।
- 1 नवंबर 2012 को को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीएड की मेरिट लिस्ट को लेकर स्टूडेंट लीडर्स ने प्रिंसिपल चैंबर में जमकर हंगामा किया।
ये लड़के पहले भी कॉलेज आए थे। मैंने इन्हें कैंपस में घुसने करने से मना कर दिया था। मंडे इन लड़कों ने गार्ड के साथ मारपीट की और हंगामा किया। हमने पुलिस को बुलाया, लेकिन तब तक वे भाग निकले। हमने पुलिस कांस्टेबल की ड्यूटी कैंपस में लगाने की मांग पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन से की है।
- डॉ सुमिता मुखर्जी, प्रिंसिपल जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज
ये शो-कॉल्ड स्टूडेंट लीडर्स कुकुरमुत्ते की तरह फैल गए हैं। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करना जरूरी हो गया है। मैं तो जमशेदपुर में ही था प्रिंसिपल ने जानकारी दी होती, तो तुरंत कॉलेज पहुंच जाता। इस मामले को लेकर मैं प्रिंसिपल से बात करूंगा।
- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी केयू