-मामला स्नातक पार्ट थर्ड व पीजी पार्ट टू के एग्जाम फार्म नहीं भरने देने का

-वर्कर्स कॉलेज में महाधरना, वीसी के नाम प्रिंसिपल को सौंपा मेमोरेंडम

-कम से कम इस बार 75 प्रतिशत हाजिरी की बाध्यता खत्म करने की मांग

-को-ऑपरेटिव कॉलेज के स्टूडेंट्स डीसी से मिले, मामले से अवगत कराया

-ईस्ट सिंहभूम के 4000 स्टूडेंट्स का भविष्य संकट में

JAMSHEDPUR: पूर्वी सिंहभूम के विभिन्न कॉलेजों में स्नातक पार्ट थर्ड व पीजी पार्ट टू के स्टूडेंट्स को फार्म नहीं भरने देने को लेकर छात्र आक्रोशित हो रहे हैं। बुधवार को एक और जहां जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज छात्र संघ ने धरना दिया, तो दूसरी ओर को-ऑपरेटिव कॉलेज के सैकड़ों स्टूडेंट्स ने डीसी डॉ। अमिताभ कौशल का दरवाजा खटखटाया। वर्कर्स कॉलज छात्र संघ ने धरना के बाद वीसी के नाम मेमोरंडम प्रिंसिपल डॉ। डीपी शुक्ल को सौंपा गया। इसमें बताया गया कि स्टूडेंट्स की अनुपस्थिति को दिखाकर स्नातक पार्ट थर्ड व पीजी पार्ट टू के स्टूडेंट्स को फार्म भरने नहीं दिया जा रहा है। ऐसा होने पर स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद हो जायेगा। मेमोरंडम में वीसी से मांग की गई है कि कम से कम इस बार 7भ् प्रतिशत हाजिरी की बाध्यता को समाप्त किया जाए और उन्हें फॉर्म भरने दिया जाए। मेमोरंडम में विभागाध्यक्षों पर सवालियां निशान भी खड़ा किया गया है। बताया गया है वैसे स्टूडेंट जो कभी कॉलेज आये ही नहीं उनका फार्म फिलअप हो रहा है। स्टूडेंट्स की मांग है कि छात्रों को बिना विलंब शुल्क एग्जाम फार्म भरवाने के लिए वीसी पहल करें, नहीं तो आंदोलन की जिम्मेदारी उनपर होगी। धरना में कॉलेज छात्र संगठन अध्यक्ष सह झारखंड छात्र मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष हेमंत पाठक, जेसीएम के कोल्हान अध्यक्ष पवन सिंह, जिलाध्यक्ष विकास सिंह, मो। सरफराज, जितेंद्र, गणेश, मोंटी मंडल, रविशेखर, राजा, राधा कर्मकार, मनीषा कुमारी, सोफ्टी कुमारी, पल्लवी, उज्जवल, राजेश कुमार, विवेक मिश्रा सहित सैकड़ों स्टूडेंट्स उपस्थित थे।

डीसी को सौंपा मेमोरंडम

इधर को-ऑपरेटिव कॉलेज के स्टूडेंट्स ने बुधवार को इस मामले को लेकर जिले के डीसी डॉ। अमिताभ कैशल के ऑफिस पहुंचे तथा डीसी को मामले से अवगत कराया। लगभग ब्00 स्टूडेंट्स का एक मेमोरंडम डीसी को सौंपा गया तथा एग्जाम फार्म भरवाने के मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई। एग्जाम फार्म नहीं भरने देने के कारण ईस्ट सिंहभूम के को-ऑपरेटिव कॉलेज, वर्कर्स कॉलेज, एलबीएसएम कॉलेज, घाटशिला कॉलेज, ग्रेजुएट कॉलेज, बहरागोड़ा कॉलेज बहरागोड़ा के लगभग ब्000 स्टूडेंट्स का भविष्य संकट में है।

वीसी को लिखा लेटर

उधर छात्रों की इस समस्या के समाधान के लिए विश्वविद्यालय अध्यक्ष सागेन बेसरा ने वीसी को लेटर लिखकर इसका समाधान निकालने का आग्रह किया। इसके अलावा को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। एसएस रजी को तत्काल निलंबित करने की मांग करते हुए कहा कि अगर ख्भ् अप्रैल तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो नैक टीम के समक्ष छात्र संघ के प्रतिनिधि भ्रष्ट पदाधिकारियों व प्रोफेसरों की पोल खोल देंगे।

तो उनकी हाजिरी 7भ् प्रतिशत

स्नातक पार्ट थर्ड व पीजी पार्ट टू में 7भ् प्रतिशत हाजिरी न होने के पीछे विभिन्न कॉलेजों के प्रोफेसर भी कम दोषी नहीं है। वे पहले स्टूडेंट्स को ट्यूशन पढ़ाते हैं और उसके बाद वे कॉलेज आते हैं। ऐसे कई प्रोफेसर हैं जो स्टूडेंट्स को पढ़ने के लिए दोपहर के डेढ़ बजे के बाद बुलाते हैं। उस समय आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या काफी कम रहती है। सिर्फ यहीं नहीं अगर कॉलेज के स्टूडेंट इन प्राफेसरों के पास ट्यूशन पढ़ते हैं तो उन्हें 7भ् प्रतिशत हाजिरी दिखाकर फार्म भरवा दिया जा रहा है। इस कारण मामला और तूल पकड़ रहा है।