छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ जमशेदपुर अभिभावक संघ का अमरण अनशन शुक्रवार को भी जारी रहा। जिले के डीसी ऑफिस के सामने चल रहे अमरण अनशन के पांचवे दिन आंदोलन के दौरान कई अनशनकारियों की हालत बिगड़ती रही। जिन्हें एम्बुलेंस द्वारा एमजीएम हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जहां उन्हें डॉक्टर्स की देख-रेख में स्लाइन चढ़ाया गया। एमजीएम में ट्रीटमेंट के बाद अनशनकारी दुबारा आकर अनशन पर बैठ गये।

अब तक कई बीमार

संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार के अलावा विनय भूषण, गुरुवारी देवी, राधा टोप्पो, चंदना बीवर, राजकुमारी गोप, बरनाली बीवर, तारा देवी, सुमन बागती अनशन पर हैं। अभी तक एक-एक कर सभी अनशनकारी हॉस्पिटल से घुम आये हैं। शुक्रवार को भी विनय भूषण सहित तीन महिलाओं को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया हैं। अब-तक सिर्फ अध्यक्ष डॉ उमेश ही अनशन पर डगमगाये नहीं है।

हो रही धांधली

संघ ने आरोप लगाया कि एडमिशन के नाम पर प्राइवेट स्कूलों द्वारा लाखों का धंधा चल रहा है, इसके साथ ही एडमिशन में उनकी मनमानी चलती है। प्राइवेट स्कूल अपनी मर्जी से फीस का निर्धारण करे हैं, बीपीएल कैटेगरी के बच्चों का एडमिशनभी नहीं ले रहे हैं। ये सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

भोजपुरी नवचेतना मंच ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

शहर में निजी स्कूलों की मनमानी व शिक्षा में व्याप्त भ्रष्टाचार और व्यवसाईकरण के विरुद्ध संघर्षशील सामाजिक संस्था भोजपुरी नवचेतना मंच के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को जिला शिक्षा अधीक्षक को लिखित पत्र सौंपकर निजी स्कूलों पर नकेल कसने हेतु आग्रह किया है । व्यस्त विभागीय कार्यक्त्रम होने से शिक्षा अधीक्षक से भेंट न हो सकी, किन्तु फोन पर मंच ने अपना संदेश स्पष्ट कर दिया की यथाशीघ्र माँगें मानते हुए सीधी कार्यवाई की जाए

अभिभावक मंच के प्रदर्शन का समर्थन

संस्था डीसी कार्यालय के समक्ष बीते दिनों से आमरण अनशन पर बैठी जमशेदपुर अभिभावक संघर्ष के माँगों का पूर्णत: समर्थन करते हुए प्रशासन से यथाशीघ्र कार्यवाई करने की माँग करती है । उक्त बातें प्रेस.विज्ञप्ति के माध्यम से भोजपुरी नवचेतना मंच के प्रांतीय अध्यक्ष अप्पू तिवारी ने ने कहा कि जनहित के सभी मुद्दों पर अभिभावक स्वरुप डॉउमेश कुमार के साथ खड़े हैं मंच की ओर से यह कहा गया कि यथाशीघ्र उक्त मांगों नहीं मानी जायेगी तो स्कूलों की मनमानी जैसे बड़े मुद्दे पर निजी स्कूलों को जिला प्रशासन की मौन.स्वीकृति प्राप्त है । जिसके विरुद्ध अगले 48 घंटे के पश्चात हम उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होंगे।