छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय (डीपीआरओ) की पहल पर गुरुवार को चलंत पुस्तकालय का शुभारंभ किया गया। एलईडी सुविधायुक्त विभागीय टाटा मैजिक वाहन में शुरू हुआ यह अस्थायी पुस्तकालय 200 से अधिक किताबों एंव पत्र-पत्रिकाओं को लेकर एनएच 33 स्थित गुरमा गांव पहुंचा। इस दौरान सीएम कैंप ऑफिस के उप समाहर्ता सह डीपीआरओ संजय कुमार पांडेय ने बताया कि शहरी क्षेत्र के स्लम बस्तियों एवं सुदूर गांव देहात व नक्सल संवेदी क्षेत्रों में युवाओं को सरकारी योजनाओं, रोजगार समाचार, देश विदेश की खबरों से अवगत कराने के उद्देश्य से इस चलंत पुस्तकालय को शुरु किया गया है।

बनाया जाएगा और बेहतर

यह चलंत पुस्तकालय एक महीने के लिए प्रायोगिक तौर पर चलाया जा रहा है। यदि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है, तो इसे बेहतर स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि रोज अलग-अलग गांवों एवं स्लम बस्तियों में चलंत पुस्तकालय निर्धारित समय सारणी के अनुसार जाएगी और युवाओं को किताबें उपलब्ध करायेगी। साथ ही सोमवार से इसी तरह का एक अन्य चलंत पुस्तकालय शहरी क्षेत्र की स्लम बस्तियों में भी भेजा जाएगा। इस अवसर पर जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी संजय कुमार पांडेय के अलावा पत्र सूचना कार्यालय रांची के सहायक निदेशक व भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी एसएमएन रिजवी, क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय जमशेदपुर के प्रभारी पदाधिकारी अंजनी कुमार मिश्र आदि उपस्थित थे।

सहयोग का आग्रह

डीपीआरओ संजय पांडेय ने बताया कि जिले में चल रहे विभिन्न सरकारी विभागों/कार्यालयों से भी आग्रह किया गया है कि वे अपने विभाग/कार्यालय से संचालित योजनाओं के बारे में उपलब्ध सूचना परक पाठ्य सामग्री जिला जन सम्पर्क कार्यालय को उपलब्ध कराएं। साथ ही स्वयं सेवी संस्थाएं, निजी प्रकाशन, लेखक, समाज सेवी भी स्वेच्छा से इस चलंत पुस्तकालय में जानकारी परक किताबें भेंट कर सकते हैं।

ज्ञानवर्धक किताबों का है संग्रह

चलंत पुस्तकालय विभिन्न सरकारी योजनाओं संबंधी प्रकाशन सामग्री, स्कूली बच्चों के लिए सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी व्याकरण, कम्प्यूटर आदि ज्ञानवर्धक पुस्तकों, पर्याप्त संख्या में सूचना विभाग की मासिक पत्रिका झारखंड बढ़ते कदम, समसामयिक साप्ताहिक/मासिक पत्रिकाओं तथा दैनिक समाचार पत्रों से भरा पड़ा था।

स्कूलों में भी किताबें होगी उपलब्ध

स्लम एरिया व गांवों के मिडिल स्कूल, उच्च स्तर हाई स्कूलों में भी चलंत पुस्तकालय द्वारा किताबे उपलब्ध करायी जायेंगी। स्कूलों कैंपस में 2 बजे से अस्थायी पुस्तकालय का रूप देते हुए स्टूडेंट्स के बीच उनके रूचि अनुसार किताबें, पत्र-पत्रिकाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। स्कूल बंद होने से पहले सभी स्टूडेंट्स से किताबें वापस ले ली जाएंगी। इसके अलावा स्लम एरिया एवं गांव के चबुतरें व चौपालों में भी युवाओं को पढ़ने के लिए किताबें उपलब्ध कराई जाएगी।