-नौ का टीएमएच, एक का हरपाल सिंह नर्सिग होम में चल रहा इलाज

-स्वास्थ्य विभाग ने नमूने लेकर जांच के लिए भेजा

JAMSHEDOUR: शहर में जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) दस्तक दे दी है। एक साथ दस संदिग्ध मरीज सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। इसमें नौ मरीजों का इलाज टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) और एक का डिमना रोड स्थित हरपाल सिंह नर्सिग होम में चल रहा है। सर्विलांस विभाग ने सभी मरीजों के खून के नमूने लेकर एमजीएम कॉलेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी विभाग जांच के लिए भेज दिया है। सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल ने इसे गंभीरता से लेते हुए कर्मचारियों संग मंगलवार को बैठक की। इसमें अस्पतालों से बेहतर तालमेल, जल्द से जल्द नमूना संग्रह और जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने व अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने पर चर्चा की गई। इसके लिए जिला स्तरीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया ताकि आगे की पूरी रणनीति तैयार हो सके। डॉ। साहिर पॉल ने बताया कि जेई से संबंधित लक्षण मिलने पर मरीज के उपचार व जांच में किसी भी तरह से देरी न करें। यह बीमारी जानलेवा हो सकती है। नीम हकीम से उपचार न कराएं। पूरे कपड़े पहनकर सोएं। अपने घर की भ्00 मीटर की परिधि में सुअर बाड़े न बनाएं।

ये हैं लक्षण

- अचानक तेज बुखार, सिर में दर्द, गर्दन का अकड़ना, उल्टी, बेहोशी, झटके आना।

क्या करें उपाय

- मरीज को तुरंत सीएचसी, पीएचसी या किसी भी अस्पताल में ले जाएं।

-मच्छरों से बचाव करें।

-कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें।

-घर के आस-पास के स्थान, नाले व नालियों की सफाई रखें।

फैक्ट्स फाइल

-सर्विलांस पदाधिकारी ने कर्मचारियों संग मंगलवार को बैठक की

-अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने पर चर्चा की गई

-मरीज के उपचार व जांच में देर नहीं करने की कही बात

-अपने घर की भ्00 मीटर की परिधि में सुअर बाड़े न बनाएं