--JEE(Main) कंडक्ट हुआ शहर के 9 सेंटर्स पर, शामिल हुए

-परीक्षार्थियों ने फिजिक्स को टफ और केमिस्ट्री को बताया इजी, मैथ्स को बताया एवरेज

-जेईई मेन में क्वालिफाई करने वाले लगभग डेढ़ लाख कैंडीडेट्स जेईई एडवांस्ड में शामिल होंगे

-फ‌र्स्ट सीटिंग में 9 सेंटर्स पर 9500 और सेकेंड सीटिंग में एक सेंटर पर 700 कैंडीडेट्स एग्जाम में शामिल हुए

JAMSHEDPUR: ज्वॉइंट इंट्रेंस एग्जामिनेशन (मेन) सैटरडे को कंडक्ट किया गया। फ‌र्स्ट सीटिंग में शहर के 9 सेंटर्स पर बीई और बीटेक के लिए लगभग साढ़े नौ हजार कैंडीडेट्स शामिल हुए। सेकेंड सीटिंग में आर्किटेक्चर के लिए एम मात्र सेंटर टेल्को स्थित विद्या भारती चिन्मया में 7 सौ कैंडीडेट्स शामिल हुए। सैटरडे को पेन और पेपर बेस्ड एग्जाम कंडक्ट किया गया। क्0 और क्क् अप्रैल को ऑनलाइन (कंप्यूटर बेस्ड) एग्जाम कंडक्ट किया जाएगा।

िफजिक्स ने किया परेशान

एग्जामिनेशन सेंटर से एग्जाम देने के बार बाहर निकले ज्यादातर कैंडीडेट्स को फिजिक्स को टफ बताया। केमिस्ट्री को इजी कहा जबकि मैथ्स किसी के लिए टफ तो किसी के लिए एवरेज रहा। एग्जाम देने वाली प्रेरणा ने कहा कि फिजिक्स में न्यूमेरिकल ज्यादा होने की वजह से उसमें समय भी ज्यादा लगा। सबसे कम समय में केमिस्ट्री के क्वेश्चन सॉल्व हुए।

किसी ने ख्0 तो किसी ने ब्0 क्वेश्चन अटैंप्ट किए

फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से फ्0-फ्0 क्वेश्चन पूछे गए थे। इन 90 क्वेश्चंस को सॉल्व करने के लिए फ् घंटे का समय दिया गया था। एक सही आंसर पर ब् मा‌र्क्स और गलत होने पर वन फोर्थ निगेटिव मार्किंग होने की वजह से कैंडीडेट्स ने सोच समझकर ही क्वेश्चंस अटैंप्ट किए। किसी ने सिर्फ ख्0 तो किसी ने ब्0-ब्भ् क्वेश्चन अटैंप्ट करने की बात कही।

टॉप डेढ़ लाख कैंडीडेट्स जेईई(एडवांस्ड) में शामिल होंगे

जेईई मेन का ऑफिशियल आंसर की क्8 अप्रैल को डिस्प्ले कर दिया जाएगा। इसके साथ ही कैंडीडेट्स के ओएमआर शीट भी डिस्प्ले किए जाएंगे। कैंडीडेट्स के ऑब्जेक्शंस भी लिए जाएंगे और ख्7 अप्रैल को जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई करने वाले टॉप डेढ़ लाख कैंडीडेट्स के स्कोर कार्ड और नाम डिक्लेयर कर दिए जाएंगे। ख् से 7 मई तक जेईई एडवांस्ड के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगा। ख्ब् मई को फ‌र्स्ट और सेकेंड सीटिंग्स में जेईई एडवांस्ड का एग्जाम होगा। आंसर की 8 जून को एडवांस्ड का रिजल्ट क्8 जून को डिक्लेयर कर दिया जाएगा।

फिजिक्स टफ था, लेकिन केमिस्ट्री बहुत इजी था। फिजिक्स के क्वेश्चन सॉल्व करने में सबसे ज्यादा समय लगा।

- अनामिका, परीक्षार्थी

फिजिक्स के क्वेश्चंस तो टफ होते ही हैं, क्योंकि इसके न्यूमेरिकल्स को सॉल्व करना मुश्किल होता है। मैथ्स एवरेज था।

- निशा, परीक्षार्थी

निगेटिव मार्किंग होने की वजह से ज्यादा क्वेश्चन अटैंप्ट नहीं किए। फिजिक्स के लिए तो समय ही कम पड़ गया।

- राहुल, परीक्षार्थी

केमिस्ट्री के क्वेश्चन बहुत इजी थे। फिजिक्स ने परेशान किया। मैथ्स के क्वेश्चन एवरेज कह सकते हैं।

- प्रेरणा, परीक्षार्थी

मैथ्स और केमिस्ट्री पर फिजिक्स भारी पड़ गया। सबसे ज्यादा समय फिजिक्स में ही दिया पर सबसे कम क्वेश्चन फिजिक्स के ही सॉल्व हो पाए।

- निशांत, परीक्षार्थी