-मकर संक्रांति के पर्व पर मनाया जाता है पतंग उत्सव

-गुजराती सनातन समाज के पास विश्वजीत मणिमेला मैदान जुटेंगे 800 लोग, होगा सेलिब्रेशन

JAMSHEDPUR: मकर संक्रांति के पर्व पर मनाया जाने वाले पतंग उत्सव के दिन जमशेदपुर में भी गुजरात नजर आता है। जनवरी के मध्य में उत्तरायण पर्व आता है। गुजरात में इस पर्व को मनाने का निराला रंग है। लौहनगरी में गुजरातवासी रंग-बिरंगी पतंगों से आसमान भर देते हैं। हर साल यह पर्व गुजराती सनातन समाज के पास स्थित विश्वजीत मणिमेला मैदान में होता है। गुजराती सनातन सहेली इसका आयोजन करती है। इस आयोजन में पतंगबाजी की प्रतियोगिता भी होती है। पतंग काटने वाले जीत का जश्न मनाते हैं। यह एक ऐसा रंगीन उत्सव है जहां बच्चे, बूढ़े, धनी-निर्धन सभी भेद-भाव भूलकर अनंत आकाश में एकता के रंग भर देते हैं।

बाजार में आई रंग-बिरंगी पतंगें

बाजार में भी रंग-बिरंगी पतंगें आ गई हैं। मुख्तार काइट शॉप टिनाशेड बाजार साकची के मो। मुख्तार बताते हैं वैसे तो शहर में पतंगबाजी का शौक दम तोड़ रहा है, पर जनवरी में पतंगों की थोड़ी बहुत बिक्री होती है। शहर के दुकानदारों ने कोलकाता से पतंगों का स्टॉक मंगा लिया है। शहर में मात्र चार-पांच ही पंतंगों के थोक कारोबारी हैं। जनवरी में एक दुकानदार लगभग भ्0 हजार रुपये की पतंगें बेच लेता है।

एक-दो दिन में होगी बैठक

गुजराती सनातन सहेली की विनीता शाह ने बताया कि पतंग उत्सव की रूपरेखा तय करने के लिए एक-दो दिन में बैठक होगी। अभी लोग अपने-अपने घरों में व्यक्तिगत तौर पर तैयारियां कर रहे हैं। पतंग उत्सव में पूरे दिन का कार्यक्रम होता है। उस दिन समाज के सैकड़ों लोग मैदान में ही भोजन करते हैं और पतंगबाजी प्रतियोगिता के साथ ही कई अन्य प्रतियोगिताएं व मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इस दिन विश्वजीत मणिमेला मैदान में सात से आठ सौ लोग जुटेंगे।