JAMSHEDPUR: ट्राइबल कल्चरल सेंटर (टीसीसी) में शनिवार को आदिवासी छात्र एकता की ओर से लीडर्स मीट का आयोजन किया गया। इसमें राज्य की राजनीति व आर्थिक स्थिति पर मंथन किया गया। अध्यक्षता आदिवासी छात्र एकता के कार्यकारी अध्यक्ष इंद्र हेम्ब्रम ने की। उन्होंने कहा कि डेढ़ दशक में स्थानीय एवं नियोजन नीति नहीं बनाए जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि झारखंड में सत्ता व विपक्ष में रहे दल विफल रहे हैं। संवैधानिक अधिकार व जागरुकता को आयोजित इस लीडर्स मीट में युवा प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि राज्य के अनुसूचित क्षेत्र में संविधान के अनुच्छेद क्9(भ्) एवं पांचवी अनुसूची के आधार पर स्थानीयता को परिभाषित करते हुए स्थानीय लोगों का सरकारी नौकरियों में नियोजन के साथ साथ निजी क्षेत्र की कंपनियों में भी नियोजन होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान गत साल किये गये कार्यकलाप, आंदोलन एवं उपलब्धियों की समीक्षा की गई। साथ ही निर्णय लिया गया कि छात्र एकता की ओर से आने वाले दिनों में गांव-गांव में जागृति अभियान चलाया जाएगा। सदस्यता अभियान भी चलाया जाएगा, साथ ही संवैधानिक मुद्दों के साथ-साध स्थानीय जनमुद्दों पर मोर्चा लिया जाएगा। इसके अलावा कोल्हान के तमाम निजी कंपनियों में स्थानीय आदिवासी व मूलवासियों को नियोजित करने की लड़ाई लड़ी जाएगी। कार्यक्रम में आदिवासी छात्र एकता के महासचिव दुर्गा चरण हेम्ब्रम, सचिव नवीन मुर्मू, राज बांकिरा, सपन सिंह सरदार, सुखलाल हांसदा, बुद्धेश्वर हांसदा, पालु मार्डी, निमु टुडू, सुराई मार्डी, दीपक गोप, सरजन पूर्ति, खेलाराम मार्डी, बरसा, मुचीराम, विनय, नरेश मुर्मू, दुलाल हांसदा आदि उपस्थित थे।