-एमजीएम हॉस्पिटल स्थित ब्लड बैंक में स्टाफ की है कमी, ब्लड भी ना के बराबर, पेशेंट्स को होती है परेशानी

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छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र (21 छ्वह्वद्य4): एमजीएम हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट करा रहे किसी पेशेंट को अगर ब्लड की जरूरत पड़ गई फिर उसे किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है उसका एक नजारा मंडे को देखने को मिला। जौंडिस के ट्रीटमेंट के लिए हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट डुमरिया प्रखंड के रहने वाले विष्णु महतो को चढ़ाने के लिए दो यूनिट ए पॉजिटिव ब्लड लाने को कहा। शाम करीब छह बजे उसके परिजन जब ब्लड के लिए हॉस्पिटल में मौजूद ब्लड बैंक पहुंचे तो उसे बंद पाया।

घंटों करते रहे इंतजार

पेशेंट के लिए ब्लड लाने गए करीब काफी देर तक ब्लड बैंक के बाहर खड़े रहे पर वहां ताला लगा होने की वजह से ना तो उन्हे ब्लड मिल पाया और ना ही कोई जानकारी। ब्लड बैंक गए विजय कुमार साहू ने बताया कि वो डोनर भी साथ लेकर गए थे, पर ब्लड बैंक में ताला लगा हुआ था। इस संबंध में डॉक्टर से बात की गई, तो उन्होंने भी कोई जानकारी देने से इंकार दिया। इस संबंध में ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ वीवीके चौधरी से बात किए जाने पर उन्होंने शाम के वक्त ब्लड बैंक बंद होने की बात को स्वीकार किया। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि ब्लड बैंक में स्टाफ की कमी है। साथ ही ब्लड भी ना के बराबर है। उन्होंने कहा कि ब्लड बैंक में फिलहाल ए पॉजिटिव ब्लड ग्रुप भी मौजूद नहीं है।

डॉक्टर ने दो यूनिट ए पॉजिटिव ब्लड लाने को कहा था। हम करीब छह बजे ब्लड बैंक आए पर यहां ताला लगा हुआ था। काफी देर वेट करने के बाद भी कोई नही आया।

विजय साहू

ब्लड बैंक में स्टाफ की कमी है साथ ही ब्लड भी ना के बराबर है। ऐसे में शाम के वक्त कई बार ब्लड बैंक को बंद करना पड़ता है।

-डॉ वीवीके चौधरी, इंचार्ज, ब्लड बैंक, एमजीएम हॉस्पिटल