-पूर्णिमा नेत्रालय में आयोजित हुआ Live Sugery Extravaganza

-कोलकाता, रांची सहित राज्य के कई हिस्सों से आए आई स्पेशलिस्ट थे मौजूद

JAMSHEDPUR: आंख की मुश्किल से मुश्किल फाको इमल्सीफिकेशन सर्जरी जब मास्टर्स के हाथों से होती है तो हर मुश्किल कैसे आसान हो जाती है। कैप्टन कूल कैसे कुशलता के साथ आंख की किसी सर्जरी को अंजाम देते हैं। पूर्णिमा नेत्रालय में रविवार को आयोजित लाइव सर्जरी एक्स्ट्रावगांजा प्रोग्राम में यह देखने का मौका मिला। इस दौरान विट्रियो रेटिना, ग्लूकोमा, कैटरैक्ट और पीडिएट्रिक कैटरेक्ट की लाइव सर्जरी हुई। प्रोग्राम में कोलकाता, रांची सहित राज्य कई हिस्सों से आए आई स्पेशि1लस्ट्स ने हिस्सा लिया।

जानी अाई सर्जरी की बारिकियां

प्रोग्राम के दौरान लाइव फाको इमल्सीफिकेशन, ग्लूकोमा सर्जरी, विट्रियो रेटिना सर्जरी, पीडिएट्रिक कैटरेक्ट सर्जरी और ओजर्डेक्स एंड एसेंट्रिक्स किया गया। इस मौके पर मौजूद पैनलिस्ट्स ने विभिन्न प्रकार के सर्जरी को देखकर उनसे संबंधित सवाल पूछे और सर्जरी की बारिकियां एक- दूसरे के साथ शेयर की। प्रोग्राम में शामिल गेस्ट्स को मोनोबिंदु भट्टाचार्य द्वारा सम्मानित किया गया।

चैरिटेबल हॉस्पिटल्स की है जरूरत

मौके पर चीफ गेस्ट उषा मार्टिन के डायरेक्टर बृज के झावर ने पूर्णिमा नेत्रालय की इस पहल की सराहना करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाए जाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि किस तरह उनकी कंपनी इंटिग्रेटेड रूरल डेवलपमेंट के लिए कार्य कर रही है। इस मौके पर मौजूद डॉ पीके बख्शी ने कहा कि ऐसे कई लोग हैं, जो महंगे हेल्थ सर्विसेज को अफोर्ड नहीं कर सकते। इसलिए चैरिटेबल हॉस्पिटल्स की जरूरत है। डॉ बीएन गुप्ता में ब्लाइंडनेस को एक अभिशाप बताते हुए, पूर्णिमा नेत्रालय द्वारा आंखों की बीमारियों के इलाज के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इस मौके पर उपस्थित आईआईटी खड़गपुर की प्रोफेसर डॉ कोयल चौधरी ने कहा कि ऑप्थैलमिक रिसर्च के लिए संस्थान द्वारा पूर्णिमा नेत्रालय का सहयोग लिया जाता रहा है और यह आपसी सहयोग आगे भी जारी रहेगा। प्रोग्राम में गेस्ट ऑफ ऑनर टिमकेन इंडिया लिमिटेड के हेड एचआर दिनेश सिंह ने पूर्णिमा नेत्रालय की सर्विस की सराहना करते हुए कहा कि भविष्य में भी हॉस्पिटल अपने सर्विसेज के जरिए कम्यूनिटी की सेवा करता रहेगा।