॥नर््न्क्त्रढ्ढक्चन्द्द॥ : उपायुक्त मुकेश कुमार ने सभी शिक्षण संस्थाओं को अभियान चलाकर विद्यालयों की बाहरी दीवारों तथा खाली भू-भाग में झारखण्ड की कला संस्कृति, परम्परा पर आधारित सोहराई कला, कोहबर कला आदि से संबंधित चित्रांकन एवं विद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा उकेरे गये सजीव विषयों से सुसज्जित करने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इससे विद्यालय, महाविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान सांस्कृतिक शौंदर्यबोध से परिपूर्ण दिखेंगे। उपायुक्त ने यह भी निदेश दिया है कि ऐसे सभी विद्यालय, महाविद्यालय जो इस अभियान के तहत अपने अपने क्षेत्र के सुरूचि ढंग से सुसज्जित करेंगे उसका ग्रेडिंग करके गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जायेगा।

स्कूलों को दिए गए निर्देश

उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधीक्षक को इस योजना को लागू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि हजारीबाग जिले का एक बड़ा भाग विभिन्न राष्ट्रीय राज्य मागरें एवं उच्च पथों के किनारे अवस्थित है। इन इलाकों में कई निजी एवं सरकारी, गैर सरकारी मान्यता प्राप्त विद्यालय हैं। इन विद्यालयों के आस-पास का बड़ा भाग बिल्कुल खाली-खाली है तथा वहां स्वच्छता का भी अभाव है। उपायुक्त के निर्देश के आलोक में जिला शिक्षा अधीक्षक ने सभी मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय, सरकारी विद्यालय एवं मान्यता प्राप्त गैर सरकारी अल्पसंख्यक विद्यालयों के प्राचायरें को इस कार्यक्त्रम की सफलता के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया है।

ओशोधारा ध्यान समाधि कार्यक्रम आज से

मेन रोड स्थित जैन भवन में ओशोधारा ध्यान समाधि कार्यक्रम बुधवार से शुरू किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्घाटन शाम में आचार्य ओशो दर्शन जी व ओशो मां प्रियांशी परमगुरु ओशो के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप जलाकर रमेश सेठी, संपतलाल चूडि़वाल, विनोद रावका, हीरालाल पाटनी व दिलीप चूडि़वाल करेंगे। आरंभिक तीन दिनों 14 से 28 तक क्रोध और कलह मुक्त जीवन जीने के तरीके सिखाए जाएंगे और उनका पुरूषार्थ जगाकर उन्हें कर्मशील बनाया जाएगा। इससे वे निजी, पारिवारिक और सामाजिक कर्तव्यों का पालन समुचित ढंग से कर सकें। ओशोधारा के सदस्यों ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि कार्यक्रम में जो भी शामिल होना चाहते हो वे अपना पंजीयन बुधवार तक करवा लेंगे।