CHAIBASA : भाकपा माओवादियों द्वारा आहूत बंद का चाईबासा व इससे सटे प्रखंडों में आंशिक असर दिखा। चाइबासा, झींकपानी, हाटगम्हरिया, जगन्नाथपुर, नोवामुंडी, बड़ाजामदा व किरीबुरू समेत अन्य इलाकों में जनजीवन सामान्य रहा। हालांकि परिवहन सेवा व उद्योग-धंधों पर बंद का खासा असर देखा गया.वहीं क्षेत्र में खनन कार्य भी प्रभावित हुआ। क्रशरों में जहां कामकाज ठप रहा। वहीं माल ढुलाई भी नहीं हो सका। इस दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। बंद के दौरान दिनभर पुलिस गश्ती करने में लगी रही।

पोड़ाहाट अनुमंडल में नक्सली बंद असरदार

नक्सलियों का बंद पोड़ाहाट अनुमंडल क्षेत्र में असरदार रहा। हजारीबाग में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए तीन नक्सलियों के विरोध में यह बंद बुलाया गया था। चक्रधरपुर को छोड़ अनुमंडल के सभी इलाकों में बंद का असर देखा गया। नक्सलियों के बंद के कारण रांची से चाईबासा तक चलने वाली लंबी दूरी की एक भी बस नहीं चली। जिससे यात्रियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। नक्सलियों के बंद का असर सबसे ज्यादा बंदगांव, सोनुवा, गोईलकेरा, गुदड़ी, मनोहरपुर एवं आनंदपुर प्रखंड में देखने को मिला। यहां दिनभर सभी दुकानें सुबह से ही बंद रही। हाट बाजार में भी लोगों की भीड़ बहुत ही कम रही।

बिना बिजली के भेजा जा रहा बिल

भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के झींकपानी प्रखंड अध्यक्ष प्रसन्न कुमार बिरुवा ने अधीक्षक अभियंता झारखंड राज्य विद्युत निगम चाईबासा को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया कि झींकपानी प्रखंड के ग्राम जोड़ापोखर के टोला गुदड़ी हाटिंग में लगभग तीन साल से बिजली आपूर्ति नहीं होने पर भी बिजली बिल दिया जा रहा है। इस त्रुटिपूर्ण बिजली बिल की जांच करके यथाशीघ्र बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर तरुण कुमार संवैया, विकास पुरती, संदीप कालुंडिया, वंशीधर बिरुली, शंकर मुंदुइया, दीपू बिरुली, सुखलाल मुर्मू आदि उपस्थित थे।