-एमसीआई ने बढ़ी हुई सीटों पर एडमिशन की दी स्वीकृति

-एमसीआई की बैठक में लिया गया निर्णय, हेल्थ सेक्रेटरी हुए थे शामिल

JAMSHEDPUR: राज्य सरकार लंबे खींचतान के बाद तीनों मेडिकल कालेजों में ख्0क्फ्-क्ब् में बढ़ाई गई सीटें ख्0क्भ्-क्म् में बचाने में सफल रही है। स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के निर्देश पर दिल्ली गए विभाग के प्रधान सचिव के विद्यासागर ने बुधवार को मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (एमसीआइ) की बैठक में अपना पक्ष रखते हुए बढ़ी हुई सीटों (रिम्स में क्भ्0 व एमजीएम और पीएमसीएच में सौ-सौ) पर एडमिशन की स्वीकृति मांगी। गिनाई गई कमियों में कुछ को दूर कर लिए जाने और कुछ को तुरंत दूर करने के सचिव के आश्वासन के बाद एमसीआई ने बढ़ी हुई सीटों पर एडमिशन की स्वीकृति दी। स्वास्थ्य मंत्री और सचिव दोनों ने इसकी पुष्टि की है।

रिन्यूअल करने से किया था इंकार

एमसीआई ने तीनों मेडिकल कॉलेजों में ख्0क्भ्-क्म् के सत्र में बढ़ी हुई सीटों पर मान्यता देने से इन्कार करते हुए रिम्स में 90 तथा पीएमसीएच और एमजीएम में भ्0-भ्0 सीटों पर ही नामांकन की स्वीकृति प्रदान की थी। एमसीआई ने बकायदा कई कमियों का हवाला दिया था, जिनमें मुख्य रूप से फैकल्टी और पारा मेडिकल कर्मियों की कमी और मापदंड के अनुसार संसाधनों का अभाव शामिल था। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मिलकर सीटें बढ़ाने की मांग की।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद लिया गया एडमिशन

एमसीआई ने ख्0क्ब्-क्भ् में भी तीनों कॉलेजों में बढ़ी हुई सीटों पर मान्यता देने से इन्कार कर दिया था। हालांकि, एमसीआई की मान्यता नहीं मिलने के बावजूद झारखंड हाईकोर्ट के एक आदेश पर तीनों मेडिकल कॉलेजों में बढ़ी हुई सीटों पर एडमिशन ले लिया गया। मामला सुप्रीम कोर्ट में अभी भी लंबित है। एमसीआई ने ख्0क्ख् में ख्0क्फ्-क्ब् सत्र के लिए तीनों मेडिकल कालेजों में सीटें बढ़ाई थीं। इसके तहत रिम्स की सीटें 90 से बढ़कर क्भ्0 और पीएमसीएच और एमजीएम की सीटें भ्0 से बढ़कर सौ-सौ हो गई थीं।

अब इतनी सीटों पर होगा एडमिशन

एमजीएम, जमशेदपुर : क्00

रिम्स, रांची : क्भ्0

पीएमसीएच, धनबाद : क्00

एमसीआई ने बुधवार को तीनों मेडिकल कालेजों में बढ़ी हुई सीटों की मान्यता दे दी है। राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है। मैं इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को बधाई देता हूं। मैंने उनसे मिलकर इस मामले को उठाया था।

-रामचंद्र चंद्रवंशी, स्वास्थ्य मंत्री