छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : एमजीएम थाना क्षेत्र के बालीगुमा स्थित डहरटोला निवासी एवं डिमना मध्य विद्यालय की 13 साल की नाबालिग को डरा-धमा कर छह माह की गर्भ से करने का मामला गुरुवार को प्रकाश में आया है। इतना ही नहीं घटना की एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाने जाने पर भी मासूम और उसके पिता से स्थानीय मुंशी द्वारा पैसे की मांग भी की जाती रही। बस्तीवासियों ने वरीय पुलिस अधिक्षक अनुप टी मैथ्यू से मिल न्याय की गुहार लगाई है। एसएसपी के आदेश के बाद एमजीएम पुलिस ने आरोपी युवक संजय प्रसाद को धर-दबोचा है।

क्या है पूरा मामला

किशोरी के साथ पिछले नौ महीने से तुड़ीयाबेड़ा निवासी 47 साल का संजय प्रसाद डरा धमका कर बलात्कार कर रहा था। इस बीच जब नाबालिग किशोरी गर्भवती हो गई तब मामले की जानकारी घरवालों को हुई। पिता ने बताया कि सुबह बेटी को स्कूल भेजने के बाद वो और उनकी पत्नी काम पर चले जाते थे और देर शाम घर लौटते थे। घर के सामने संजय का किराना का दुकान है। वह मासूम को पहले बहला फुसला कर दुकान बुलाने लगा और गलत हरकत करने लगा। बच्ची ने जब इस बात की जानकारी अपने घरवालों को देने की बात कहीं तो संजय ने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देकर मासूम को डराना-धमकाना चालू किया।

नौ महीने से कर रहा था रेप

इसके बाद से पिछले नौ महीनों से लगातार संजय मासूम बच्ची के अपना साथ मुह काला करता रहा। इसी बीच मासूम गर्भवती हो गई। इसके बाद पिता ने हिम्मत करके पूरे बस्तीवासियों के साथ बैठक की। बैठक में संजय ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए बच्ची को अपनाने तथा बालिग होने तक गलत हरकत नहीं करने की बात कही,

मंदिर में किया शादी, फिर फरार

नाबालिग के पिता ने बताया कि संजय ने मंदिर में शादी कर युवती को हीलव्यू कॉलोनी स्थित अपने किराये के मकान में रहने के लिए ले गया और बच्ची को बुरी तरह मारपीट कर उसी रात फरार हो गया। घटना के दो दिन बाद किशोरी भूख-प्यास से छटपटाते हुए अपने माता-पिता के पास पहुंची।

पुलिस ने नहीं दर्ज की एफआईआर

जब किशोरी के पिता अपनी बेटी को लेकर एमजीएम थाना पहुंचे तो, वहां मुंशी ने समझौता कर एफआईआर नहीं कराने की बात कहीं। इसके बाद पैसे एफआईआर करने के लिए पैसों की मांग भी की। इसके बाद से किशोरी और उसके पिता ने थाना के कई बार चक्कर काटे, लेकिन पुलिस ताल-मटोल करती रही। इस बात से परेशान युवती के पिता स्थानीय लोगों के साथ पहुंच एसएसपी साहब से गुहार लगाई।