-बढ़ रहे हैं जापानी इंसेफ्लाइटिस के मामले, मंगलवार को मिले 10 संदिग्ध पेशेंट्स

-डेंगू की जांच के लिए पेशेंट को भेजा गया प्राइवेट पैथोलॉजी सेंटर्स

JAMSHEDPUR (2 Sep): सिटी में जापानी इंसेफ्लाइटिस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को भी जेई के क्0 संदिग्ध मामले सामने आए। सभी पेशेंट्स का ब्लड सैंपल एमजीएम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में जांच के लिए भेजा गया है। इन सैंपल्स में से आठ मर्सी हॉस्पिटल और दो टीएमएच से भेजे गए हैं। एक तरफ जहां बीमारियां बढ़ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ डॉक्टर्स द्वारा डेंगू के पेशेंट्स को प्राइवेट पैथोलॉजी सेंटर्स में जांच करवाने के लिए कहने का मामला भी सामने अा रहे है।

क्भ् सौ रुपए हुए खर्च

ओडि़शा के कलिंगानगर में काम करने वाले मुसाबनी के रहने वाले युवक का कहना है की करीब क्भ् दिनों के बुखार के बाद उसने कलिंगानगर में एक पैथोलॉजी सेंटर में जांच करवाई, तो उसे डेंगू होने की पुष्टि हुई। इसके बाद वह इलाज के लिए जमशेदपुर आ गया और मंगलवार को एमजीएम हॉस्पिटल में एडमिट हुआ। युवक का आरोप है कि एमजीएम में डॉ केएन सिंह ने उसे प्राइवेट पैथोलॉजी सेंटर कुमार पैथोलॉजी में डेंगू की दुबारा जांच कराने को कहा, जहां उसे जांच के लिए करीब क्भ् सौ रुपए देने पड़े, जबकि हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा डेंगू, जेई जैसी बीमारियों की फ्री में जांच कराई जाती है। वहीं इस मामले में डॉ केएन सिंह ने कहा कि मरीज के गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे कहीं से भी जांच करवाने के लिए कहा था। बाद में हेल्थ डिपार्टमेंट को इस बात जानकारी दी गई और ब्लड सैंपल एमजीएम में भेजा गया।

मरीज के गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे कहीं से भी जांच करवाने के लिए कहा था। बाद में हेल्थ डिपार्टमेंट को इस बात जानकारी दी गई और ब्लड सैंपल एमजीएम में भेजा गया।

-डॉ केएन सिंह, एमजीएमसीएच