CHAIBASA : सदर अनुमंडल पदाधिकारी असीम किस्पोट्टा एवं सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी मुकेश मछुवा ने शनिवार को सदर प्रखंड के विभिन्न गांवों व स्कूलों का निरीक्षण किया। इस क्रम में हरिला पंचायत के किड़ीगोट स्कूल में मिड डे मील बंद पाया गया। यहां बताया गया कि पिछले एक सप्ताह से मध्याह्न भोजन स्कूल में बंद है। इसके लिए विभाग को सूचना दी गयी है। गितिलपी गांव में मनरेगा के तहत बन रही मिट्टी-मुरूम सड़क की जांच की। इस सड़क का कार्य प्रगति पर है। साथ ही गितिलपी गांव के प्राथमिकी उप स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र की भी जांच की गयी। इसके बाद तुईबीर पंचायत के बरकुंडिया गांव पहुंचे। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र बंद पाया गया। इसके लिए एसडीओ ने विभाग को रिपोर्ट देने की बात कही। इसके लिए अलावा तुईबीर पंचायत के विभिन्न गांवों में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल आदि का भी पदाधिकारियों ने निरीक्षण किया।

ओवर लोड गिट्टी लदे डंपर को डीटीओ ने किया जब्त

डांगुवापेसी क्षेत्र के पुरतीदिघिया गांव मे स्थित सीटीएस कम्पनी के क्रशर से गिटटी लोड कर जगन्नाथपुर की तरफ लेकर आ रहे डंपर को डीटीओ ने शुक्रवार की संध्या पकड़ा। शुक्रवार की शाम करीब साढ़े छ: बजे डीटीओ नोवामुण्डी से चाईबासा की तरफ लौट रहे थे। इस दौरान नोवामुण्डी-जगन्नाथपुर मुख्य सडक पर स्थित लोकेसाई के पास उक्त डम्पर को सड़क पर पाया। जांच पड़ताल के क्रम में कुछ त्रुटियां पाये जाने के कारण उक्त डम्पर को जगन्नाथपुर थाना को देर शाम सौंप दिया। बताया जाता है की डम्पर में गिटटी ओवरलोड था। जगन्नाथपुर-सिरिंगसिया घाटी तक बन रहे सड़क के लिए गिटटी लाया जा रहा था।

शिक्षा समाज की रीढ़ : डीसी

शिक्षा मनुष्य का सही मार्गदर्शन करती है। शिक्षा समाज की रीढ़ है। इसे मजबूत रखना अति आवश्यक है। यह बातें मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा प्रकाशन एवं शिक्षण सेमिनार योजनान्तर्गत एसपीजी मिशन उच्च विद्यालय में आयोजित शिक्षकों का सेमिनार का उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि उपायुक्त अबुबक्कर सिद्दीख पी ने कही। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा देने के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं को समर्पित भाव से अपने उत्तरदायित्व का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक ज्ञान के धनी होते हैं, ज्ञानी धनवान से ज्यादा ताकतवार होता है इसलिए शिक्षक का सम्मान, समाज में सर्वोपरि है। माननीय कुलपति आरपीपी सिंह ने कहा कि शिक्षा को पेशा नहीं समझना चाहिए अंर्तभाव से नि:स्वार्थ शिक्षा अध्यापन का कार्य करना चाहिए। पुस्तक मेला एवं शिक्षा सेमिनार का आयोजन समिति में किशोर कुमार प्रसाद, नितेश भगत, लक्ष्मीनारायण मिश्र, उषा प्रधान, आरएम बारजो, हिमांशु शेखर, केदार प्रधान, मन्त्रेश्वर हेम्ब्रम, नवीन झा, जयराम शर्मा आदि का योगदान सराहनीय रहा।