-घाटशिला के बासाडेरा गांव की है घटना

-सात दिन बाद लोगों ने आरोपी को किया पुलिस के हवाले

GHATSHILA: घाटशिला के बासाडेरा गांव में क्ख् साल की मासूम के साथ दुराचार के बाद पत्थर से कूच-कूच कर हत्या कर दी गई। आरोपी उसी गांव का है। घटना पिछले गुरुवार की है। बुधवार को लोगों ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। नाबालिग के पिता ने बताया कि उनकी बेटी फ्क् दिसंबर की शाम को घर में अकेली थी। इस दौरान गांव का युवक शशि सिंह उसे उठाकर ले गया। जब वे घर आए तो देखा बेटी घर में नहीं है। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। सुबह टोटको नाला के पास नाबालिग का शव मिला। परिजनों ने शुक्रवार को ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। बाद में घटना को लेकर ग्रामीणों ने बैठक की। इस दौरान पता चला कि घटनास्थल के पास शशि सिंह को देखा गया था। पंचायत के लोगों ने शशि से सख्ती से पूछताछ की, तो वह टूट गया और पूरी घटना की जानकारी दी। ग्रामीणों ने फौरन उसे कब्जे में ले लिया और बुधवार की सुबह शशि के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए पुलिस के हवाले कर दिया।

देर रात तक झूमते रहे भक्त

भटली वाले बाबा श्याम के भजनों पर जुगसलाई में देर रात तक भक्त झूमते रहे। श्री श्याम भटली परिवार चैरिटेबल टंस्ट जमशेदपुर द्वारा ब्ख्वां मासिक श्याम महोत्सव धूम-धाम से मंगलवार की देर रात संपन्न हुआ। अमित पोद्दार द्वारा आयोजित मासिक महोत्सव धूमधाम से जुगसलाई ऋ षि भवन में मनाया गया। इससे पहले संध्या 8 बजे से बाबा श्याम की पूजा अर्चना शुरू हुई। इस धार्मिक मौके पर समस्तीपुर से आयी प्रसिद्ध कलाकार गिन्नी कौर समेत स्थानीय कलाकार महाबीर अग्रवाल और नीरज जालान द्वारा बाबा श्याम के भजनों की अमृत वर्षा कर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये गये भजनों पर भक्तों द्वारा नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। इस दौरान गणेश वंदना के साथ भजनों का कार्यक्रम शुरू हुआ, जो रात क्ख्­.फ्0 बजे तक चला। इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण भटली वाले श्याम बाबा का भव्य दरबार, छप्पन भोग, अखंड ज्योत तथा श्याम रसोई प्रसाद था। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में श्याम भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष राजेश पंसारी, अनील गोयल, गगन रूस्तोगी, महेश सिघानिया, ममता, कविता धूत, अमीत पोदर, संजय पारिक, दीपक अग्रवाल, मुरारी अग्रवाल, ललित डांगा, मंटू भालोटिया, प्रदीप जायसवाल, नीतेश धूत आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।