JAMSHEDPUR : ग्रामीण इलाके में सहियाओं के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जब तक गर्भवती महिलाओं का प्रसव नहीं हो नहीं जाता,वे ऐसी महिलाओं की सेवा में नि:स्वार्थ भाव से जुटी रहती हैं। ये बातें सांसद विद्युत वरण महतो ने बुधवार को कहीं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सिदगोड़ा स्थित टाउन हॉल में जिला सहिया सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सांसद ने कहा कि सहियाएं अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करती हैं। उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। जल्द ही वह मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर उनके लिए मानदेय बढ़ाने की मांग रखेंगे ताकि वह और भी बेहतर ढंग से काम करें।

जताई चिंता

उन्होंने बेटियों की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इनके बिना संसार नहीं बढ़ सकता। सरकार बेटियों को बढ़ावा देने के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृद्धि योजना सहित अन्य योजनाएं लेकर आई है। राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचू ने कहा कि सहियाओं को काम के अनुसार मानदेय नहीं मिलता। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से सहियाओं का सम्मेलन हो रहा है, उसी तरह डॉक्टर, कंपाउंडर, फार्मासिस्ट, नर्स सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के भी सम्मेलन होने चाहिए, ताकि उनकी समस्याएं सामने आ सकें। सिविल सर्जन डॉ। श्याम कुमार झा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित होने वाले स्वास्थ्य योजनाओं को धरातल पर उतारने में सहियाओं की अहम भूमिका है। जल्द ही विटामिन ए की खुराक के लिए भी अभियान चलाया जाएगा। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष बुलू रानी सिंह, डीडीसी विनोद कुमार, एसीएमओ डॉ। विभा शरण, आरसीएच डॉ। महेश्वर प्रसाद, डीपीएम देवेंद्र श्रीवास्तव, अर्चना तिग्गा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।