- केयू में NAAC पर दो दिनों का वर्कशॉप शुरू

JAMSHEDPUR: सोच बदल रही है, विचार भी बदलें। नजर बदलें नजारे बदल जाएंगे। कॉलेजेज के प्रिंसिपल्स और रिप्रजेंटेटिव्स को नैक (नेशनल एक्रिडिटेशन एंड असेसमेंट काउंसिल) के सलाहकार डॉ। गणेश हेगड़े ने इसी अंदाज में एडरेस किया। कोल्हान यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में टाटा कॉलेज चाईबासा के ऑडिटोरियम में नैक बेंगलुरू प्रायोजित दो दिवसीय अवेयरनेस वर्कशॉप के उद्घाटन के बाद बतौर चीफ गेस्ट अपने संबोधन में डॉ। हेगड़े ने नैक के गठन, इसके उद्देश्य, उच्च शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नैक मूल्यांकन की जरूरत आदि पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नैक से मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन और जरूरी सूचनाओं को दर्ज करने की प्रक्रिया क्या है। प्रिंसिपल्स ने भी मूल्यांकन कराने में विभिन्न स्तर पर आनेवाली समस्याओं व शंकाओं से जुड़े सवाल पूछे और डॉ। हेगड़े ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से उनकी समस्याओं का समाधान किया।

उच्च शिक्षा में गुणवत्ता निर्धारण के लिए प्रमाणन जरूरी : वीसी

केयू के वीसी डॉ। आरपीपी सिंह ने कहा कि आज उच्च शिक्षा गुणवत्ता की प्रामाणिकता जैसी ज्वलंत समस्या से जूझ रही है। ऐसी स्थिति में सोचनेवाली बात यह है कि गुणवत्ता का निर्धारण क्यों जरूरी है? उपभोक्तावादी माहौल में किसी भी उत्पाद की प्रामाणिकता की परख की जाती है। नैक से मूल्यांकन कराना कुछ उसी तरह है जैसे हॉलमार्क से उत्पाद की प्रामाणिकता पर भरोसा किया जाता है। नैक से मूल्यांकन कराना एक तरह की परीक्षा है जिसमें सभी को शामिल होना है। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन में सही-सही जानकारियां दर्ज करें, ताकि कमजोरियां भी सामने आएं और अगले मूल्यांकन में उत्तरोत्तर सुधार का आंकड़ा दर्ज किया जा सके। अतिथियों का स्वागत कोल्हान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ। एससी दास ने किया। वर्कशॉप के बारे में प्रतिकुलपति डॉ। शुक्ला मोहंती ने विस्तार से जानकारी दी। धन्यवाद ज्ञापन डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ। पदमजा सेन ने किया। कार्यशाला में आइजीएनटी यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो। सीडी सिंह, पीके राय मेमोरियल पीजी कॉलेज धनबाद के प्राचार्य डॉ। डीके वर्मा ने भी संबोधित किया। संचालन कोल्हान विश्वविद्यालय अंग्रेजी विभाग के आरएस दयाल ने किया। वर्कशॉप में ग्रेजुएट कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ। उषा शुक्ला, को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। एसएस रजी, वर्कर्स कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। डीपी शुक्ला सहित करीब दो दर्जन कॉलेजों के प्रिंसिपल्स उपस्थित रहे।