इंट्रेस्टिंग बात यह है स्कूल मैनेजमेंट ने उस बुक के सेल होने पर ही सवाल उठा दिया और कहा कि उस बुक का नाम गलती से लिस्ट में छप गई थी जबकि उसकी जरूरत नहीं थी।

तो क्या पैसे वसूली के लिए book सेल की जा रही थी?
प्राइमरी सेक्शन की बुक इंग्लिश कम्यूनिकेशन के नाम पर सवाल उठाने के बाद स्कूल मैनेजमेंट खुद कटघरे में दिख रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर उस बुक को लिस्ट में नहीं होना चाहिए था तो उसे लिस्ट में शामिल किसने किया। और पिछले कुछ दिनों से वह बुक सेल की जा रही थी तो इसकी खबर स्कूल मैनेजमेंट को क्यों नहीं मिली। उस बुक का प्राइस 35 रुपए है। प्राइमरी सेक्शन की इस बुक को सैकड़ो स्टूडेंट्स को सेल किया जा चुका था यानी हजारों रुपए लिए जा चुके थे।

'गलती से उस बुक का नाम लिस्ट में छप गया था। हमने वह बुक वापस ले लिया है। जिन्हें भी वह बुक सेल किया गया है हम उन्हें पैसे वापस करेंगे.'
- पीआर चौधरी, प्रिंसिपल नरभेराम हंसराज इंग्लिश स्कूल

Report by: amit.choudhary@inext.co.in

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