-सोशल इंटरप्रेन्योरशिप पर 7वें नेशनल कांफ्रेंस के दूसरे दिन कई टॉपिक्स पर हुई चर्चा

-एक्सएलआरआई में हो रहा है आयोजन

JAMSHEDPUR: वालंटियरिज्म की पावर क्या होती है? अनएक्सप्लोर्ड मार्केट तक कैसे पहुंच बनाएं? सस्टेनिबिलिटी की राह में चुनौतियां क्या हैं? एक्सएलआरआई में चल रहे सोशल इंटरप्रेन्योरशिप पर 7वें नेशनल कांफ्रेंस के दूसरे दिन को लोगों ने यह जाना। कांफ्रेंस के दौरान शनिवार को आयोजित डिफरेंट सेशन्स में सोशल इंटरप्रेन्योर्स और चेंज मेकर्स ने अपने एक्सपीरिएंस शेयर किए। एक तरफ जहां फादर प्रभु हॉल में पार्टिसिपेंट्स सोशल इंटरप्रेन्योरशिप पर अपने विचार और एक्सपीरिएंस साझा रहे थे, वहीं बाहर लोग शॉपिंग का मजा ले रहे थे। कई सोशल कांशस ऑर्गनाइजेशन्स ने यहां अपने स्टॉल लगाए थे, जहां हैंडमेड पेपरव‌र्क्स से लेकर हैंडिक्राफ्ट के यूनिक आइटम मिल रहे थे।

द पावर ऑफ वालंटियरिज्म

कांफ्रेंस के दूसरे दिन की शुरुआत 'द पावर ऑफ वालंटियरिज्म' थीम के साथ हुई। सेशन के दौरान स्पीकर्स ने बताया कि समाज में बदलाव के लिए वालंटियरिज्म का क्या महत्व है और कैसे इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। बाकुल फाउंडेशन की फाउंडर सुजाता महापात्रा ने वालटियरिज्म के पावर को रियलाइज करने के लिए इनोवेटिव तरीके ढूंढने की जरूरत बताई। पार्टिसिपेंट्स ने इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी बताया। ट्वाय बैंक की फाउंडर और सीईओ श्वेता छारी ने बताया कि कैसे वो अंडप्रप्रिविलेज्ड बच्चों को खिलौने देकर उनके सपने को पूरा करने में मदद करती हैं। प्रोत्साहन की फाउंडर और सीईओ सोनल कपूर चाइल्ड प्रॉस्टिट्यूशन और खुले में शौच जैसी सामाजिक बुराईयों से बच्चों की रक्षा कर अपना कर्तव्य पूरा कर रही हैं। इस दौरान मेक अ डिफरेंस के फाउंडर जीथिन जेदुमला फंड देने वाले स्केल को महत्व देते हैं, लेकिन वालंटियर पैसे जमा करते हैं, मूलभूत बदलाव के लिए कार्य करते हैं।

स्पीरिट ऑफ हेल्प है जरूरी

दूसरे सेशन का 'थीम टैपिंग द अनएक्सप्लोर्ड मार्केट' था। इस दौरान बताया गया कि कैसे बिजनेस की सूझबूझ के साथ मदद की भावना को मिलाकर सोशल इंटरप्रेन्योरशिप की शुरुआत की जा सकती है। कुछ ऐसे ही सोशल इंटरप्रेन्योर्स ने सेशन के दौरान अपने एक्सपीरिएंस शेयर किए। अविका ऑनलाइन की फाउंडर मालविका शर्मा ने कैसे वो ग्रामीण महिलाओं को ट्रेनिंग देकर उनमे सेल्फ रेस्पेक्ट की भावना जगा रही हैं। आई से ऑर्गेनिक के फाउंडर अस्मित कपूर का विजन हेल्थ इंवायरमेंट लाइवलीहूड है। वहीं, ओनर्जी के पीयूष जाजू सोलर लालटेन के जरिए रूरल हाउसहोल्ड्स में रोशनी ला रहे हैं। बूंद के रुस्तम सेनगुप्ता इनोवेटिव सोशल एक्सपीरिएंस के जरिए अर्फोडेबल एनर्जी एक्सेस के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज जब सस्टेनिबिलिटी उद्योगों की सबसे डिमांडिंग थीम है, तो सोशल वेंचर्स इससे कैसे अलग रह सकते हैं? 'द चैलेंज ऑफ सस्टेनिबिलिटी' थीम पर आधारित कांफ्रेंस के तीसरे सेशन में इसी टॉपिक पर चर्चा हुई। इस दौरान धृति के अनिरबन गुप्ता, ग्रासरूट के फाउंडर इनीर पिनहेइरो और देसी क्रू एंड प्रोक्राफ्ट की सलोनी मल्होत्रा ने अपने एक्सपीरिएंश शेयर किए।

जमकर हुई शॉपिंग

कांफ्रेंस के दौरान जमकर शॉपिंग भी हुई। जीविका ने डिफरेंटली एब्लड बच्चों द्वारा बनाए गए हैंडमेड पेपरव‌र्क्स का स्टाल लगाया था। वहीं एनजीओ नीव के हर्बल ऑर्गेनिक सोप्स और दूसरे प्रोडक्ट्स भी लोगों को अट्रैक्ट कर रहे थे। इस दौरान सीड्स और कलामंदिर ने भी अपने स्टाल लगाए थे जहां तरह-तरह के हैंडिक्राफ्ट्स उपलब्ध थे। अविका द्वारा सेल किए जा रहे कथा स्टिच, मधुबनी पेंटिंग और जरदोजी व‌र्क्स को भी लोगों ने खूब पसंद किया। एक्सएलआरआई की एक स्टूडेंट मनवीन कौर की हॉबी इन द बॉक्स और सार्थक के पेटिंग्स ने भी लोगों को अट्रैक्ट किया।