-सीएसआईआर-एनएमल में सेलिब्रेट हुआ नेशनल टेक्नोलॉजी डे

-एनएमएल की 60 परसेंट अर्निग इंडस्ट्रियल प्रोजेक्टस के जरिए आई

JAMSHEDPUR: देश में उपलब्ध नेचुरल रिसोर्सेज, इंपॉर्टेड टेक्नोलॉजी, सस्ते लेबर कॉस्ट, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, पॉलिसीज और प्रक्रियाओं के लिबरलाइजेशन के साथ मेक इंडिया को नि:संदेह सफल बनाया जा सकता है, लेकिन यह मॉडल लंबे समय तक सस्टेनेबल नहीं रहेगा। सस्टेनेबल मेक इन इंडिया के लिए अगले दो-तीन दशकों तक आर एंड डी, टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट और इनोवेशन जरूरी है। ये बातें कहीं सीएसआईआर-एनएमएल के डायरेक्टर डॉ एस श्रीकांत ने। वे सोमवार को एनएमएल में नेशनल टेक्नोलॉजी डे के मौके पर आयोजित प्रोग्राम में बोल रहे थे। इस मौके पर चीफ गेस्ट के तौर पर ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड, मुंबई के आईईओटी के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर एंड हेड सी टांडी मौजूद थे।

इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए जरूरी है साइंस एंड टेक्नोलॉजी

प्रोग्राम के दौरान टेक्नोलॉजी डे लेक्चर देते हुए सी टांडी ने कहा कि देश के इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए साइंस और टेक्नोलॉजी जरूरी है। यह समाज और लोगों के क्रिटिकल इश्यूज और प्रॉब्लम्स को सॉल्व करता है। इंडस्ट्रीयल और टेक्नोलॉजिकल रिसर्च के महत्व को बताते हुए एनएमएल के हेड बिजनेस डेवलपमेंट डॉ ए मित्रा ने कहा कि ख्0क्ब्-क्भ् के दौरान एनएमएल की म्0 परसेंट अर्निग इंडस्ट्रियल प्रोजेक्टस के जरिए आई। ख्0क्ब्-क्भ् के दौरान एनएमएल ने क्फ् टेक्नोलॉजी डेवलप की, म् टेक्नोलॉजीज को ट्रांसफर किया, ख्8 पेटेंट फाइल किए, ख्भ्0 टेक्निकल सर्विसेज प्रोवाइड किए। प्रोग्राम में एनएमएल के साइंटिफिक और टेक्निकल स्टाफ, इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स, देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजेज से आए समर इंटर्न, रिसर्च फेलो सहित अन्य मौजूद थे।