-आदित्यपुर स्थित हाईटेक ग्रुप ऑफ कंपनीज के मैनेजर से मांगी थी 10 लाख रंगदारी

JAMSHEDPUR: कुख्यात माओवादी कुंदन पाहन के नाम पर आदित्यपुर स्थित हाईटेक ग्रुप ऑफ कंपनीज के मैनेजर शिव कुमार चौधरी से क्0 लाख की रंगदारी मांगने वाले प्रीतराम अजय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका सहयोगी अरुण कुमार भागने में सफल रहा। उसे पकड़ने के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी अभियान चला रही है। गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने बताया कि पकड़ा गया प्रीतराम बोकारो के स्टाफ कॉलोनी में रहता है और कथारा एरिया के जारंडीह कोक में क्लर्क है, जबकि रांची का रहने वाला अरूण कुमार दरभंगा हाउस स्थित सीसीएल हेडक्वार्टर के भूगर्भ विभाग में पोस्टेड है।

क्0 दिनों से दे रहे थे धमकी

एसएसपी ने बताया कि पिछले क्0 दिनों से ये दोनों शिव कुमार को लगातार फोन कर क्0 लाख बतौर रंगदारी देने की मांग कर रहे थे। इस बाबत उन्होंने बिष्टुपुर थाना में मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस टीम ने सुनियोजित तरीके से योजना बनाकर रंगदारी मांग रहे प्रीतराम अजय को गिरफ्तार कर लिया। इसके पकड़े जाने से रंगदारी मांगने के मामलों पर रोक लग सकेगी, क्योंकि रांची, बोकारो व रामगढ़ में महीनों तक रंगदारी वसूलने के बाद इन दोनों ने जमशेदपुर का रूख किया था।

सीसीएल अधिकारियों रंगदारी वसूली

पूछताछ के दौरान प्रीतराम अजय ने पुलिस के समक्ष कई अहम खुलासे किए। एसएसपी ने बताया कि दोनों आरोपी सीसीएल के कुछ प्रोजेक्ट ऑफिसर्स से हर महीने क्0 से क्भ् हजार की रंगदारी वसूल रहे थे। इसके अलावा ट्रांसपोटर्स से भी ये रंगदारी लेते थे। पिछले तीन-चार सालों से ये दोनों खलारी एवं कतरा एरिया में कार्यरत कोल अधिकारी केके पांडेय, आरबी सिंह और रांची के टेकवानी ट्रांसपोटर्स से माओवादियों के नाम पर रंगदारी वसूलते आ रहे थे। इस मामले में फरार अरूण राम ख्00म् में राजधानी रांची के कश्मीर वस्त्रालय के मालिक से रंगदारी मांगने के मामले में जेल जा चुका हैं।

ऐसे वसूलते थे रंगदारी

आरोपी प्रीतराम अजय ने बताया कि सीसीएल और बड़ी-बड़ी कंपनियों के अधिकारियों के अलावा ट्रांसपोटर्स को फोन कर माओवादी कुंदन पाहन, विकास और नाग जी का नाम लेकर रंगदारी देने के लिए डराते-धमकाते थे। इनसे हर महीने रंगदारी के नाम पर क्0 से क्भ् हजार रुपए वसूले जाते थे। इसम अरुण कुमार भी सहयोग कर रहा था। पिछले तीन सालों से रंगदारी मांगने का काम कर रहे थे। रंगदारी वसूल करने के लिए स्कॉर्पियो का इस्तेमाल किया जाता था।

बरामद किए गए सामान

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हजार रुपए नकद

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तीन मोबाइल फोन

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एटीएम कार्ड और पैन कार्ड