-केयू की नए बीएड शिक्षकों की नियुक्ति की योजना रह गई अधूरी

JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) की नये बीएड शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना धरी की धरी रह गई। आखिरकार केयू को अन्य विश्वविद्यालयों की तरह कार्यरत बीएड शिक्षकों को फिर से काम पर रखना पड़ा। उन्हें पुरानी शर्तो पर संविदा विस्तार की मौखिक अनुमति केयू के कुलपति द्वारा दी गई। मंगलवार को को-ऑपरेटिव में पांच तथा ग्रेजुएट कॉलेज में सात शिक्षकों व कर्मचारियों ने योगदान दे दिया है। बीएड शिक्षक व कर्मचारी पहले से उनकी संविदा के विस्तार की मांग कर रहे थे, लेकिन केयू इस मामले में तैयार नहीं था। इसको लेकर पुराने बीएड शिक्षकों ने राज्यपाल से मुख्यमंत्री तक को आवेदन दिया तथा अन्य विश्वविद्यालयों की तर्ज पर केयू में भी नियुक्ति करने की मांग की। यहां तक कि मानदेय को भी बढ़ाने की मांग की गई थी। योगदान के साथ ही शिक्षकों ने अपना कार्यभार भी संभाल लिया है। ग्रेजुएट कॉलेज में बीएड के छात्रों का परिचय सत्र बुधवार को आयोजित किया गया है। मामले में को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। एसएस रजी ने कहा कि सभी पुराने बीएड शिक्षकों व कर्मियों पुरानी शर्तो के आधार पर ही कॉलेज में योगदान दिया है। उन्हें पूर्व की भांति ही मानदेय मिलेगा।

वर्कर्स में हुई बीएड की परीक्षा

जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में सत्र ख्0क्ब्-क्भ् की बीएड की परीक्षा मंगलवार को आयोजित की गई। इसमें पूर्वी सिंहभूम के 79म् छात्र परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई।